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Uttarakhand

घर के आंगन में घुसकर गुलदार का ‘डबल अटैक’, 2 बच्चों को निवाला बनाकर भागा

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घर के आंगन में घुसकर गुलदार का ‘डबल अटैक’, 2 बच्चों को निवाला बनाकर भागा

घर में घुसकर गुलदार आंगन से दो बच्चों को उठा ले गया, जिस कारण उनकी मौत हो गई। पहली घटना बागेश्वर के कांडा की है, जबकि दूसरी घटना नानकमत्ता की है। जानकारी के मुताबिक कांडा के धरमघर वन रेंज के औलानी गांव में गुरुवार शाम दादी के साथ आंगन में बैठी दो साल की मासूम योगिता को गुलदार उठाकर ले गया।

गुलदार ने बच्ची के गले और सिर पर गहरे जख्म कर दिए। पास में घास काट रही महिलाओं ने शोर मचाया तो वह घर के पीछे मासूम के शव को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। इधर ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता के ग्राम बिचुआ के भूड़झाला में गुरुवार को घर के आंगन में भाइयों के साथ खेल रहे एक 13 वर्षीय बालक को गुलदार ने मार डाला।

13 वर्षीय गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी पुत्र कुलविंदर सिंह जब अपने दो भाइयों के साथ आंगन में खेल रहा था, तभी गुलदार ने उस पर हमला कर दिया था।

मासूम का शव छोड़ जंगल में भागा गुलदार

कांडा। धरमघर वन रेंज के औलानी गांव में गुरुवार शाम दादी के साथ आंगन में बैठी दो साल की मासूम को गुलदार उठाकर ले गया। पास में ही घास काट रही महिलाओं ने शोर मचाया तो वह घर के पीछे मासूम के शव को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया।

औलानी गांव की ग्राम प्रधान गीता साहनी ने बताया कि उनके गांव के रहने वाले रवि उप्रेती की दो साल की बेटी योगिता एक साल के भाई शौर्य के साथ आंगन में अपने दादी कला उप्रेती के साथ खेल रही थी। करीब छह बजे पहले से घात लगाए बैठा गुलदार दादी के बगल में बैठी योगिता को उठाकर ले गया।

अल्मोड़ा के चीनाखान में पिंजरे में फंसा गुलदार

अल्मोड़ा शहर से लगे चीनाखान में आतंक का पर्याय बने गुलदार को आखिरकार वन विभाग की ओर से लगाए गए पिंजरे में फंसा लिया गया। इससे दहशत में रह रहे लोगों ने राहत की सांस ली। वहीं, गुरुवार को गुलदार को एनटीडी स्थित रेस्क्यू सेंटर पहुंचा दिया गया है।

दो दिन पूर्व शील गांव में पिंजरे में गुलदार फंसा था। स्थानीय लोगों के मुताबिक लंबे समय से चीनाखान और आसपास के क्षेत्रो में गुलदार का आतंक बना हुआ था। गुलदार आए दिन ग्रामीणों के मवेशियों को निवाला बना रहा था।

कई बार गुलदार दिनदहाड़े भी दिखाई दिया था। इससे लोगों में डर का माहौल बना हुआ था। लोग लंबे समय से गुलदार को पकड़ने की मांग कर रहे थे। इसके बाद वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया था।

शुक्रवार तड़के करीब तीन बजे लोगों को गुलदार के गुर्राने की आवाज सुनाई दी। वन विभाग की टीम के साथ लोग मौके पर पहुंचे तो गुलदार पिंजरे में कैंद मिला। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। वहीं, बीते तीन दिन में वन विभाग के पिंजरे में दूसरा गुलदार फंसा है। वन विभाग की टीम ने पिंजरे में कैद गुलदार को रेस्क्यू सेंटर पहुंचा दिया है।



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