Uttar Pradesh
Lok Sabha Election 2024 Aligarh got 7 times 5 women MP BJP Won 4 times in a row

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अलीगढ़ लोकसभा चुनावों में महिलाओं का भी दबदबा रहा है। 17 लोकसभा चुनाव में सात बार महिलाएं सांसद निर्वाचित होकर संसद पहुंची हैं। सबसे अधिक शीला गौतम के नाम चार बार लगातार सांसद चुने जाने का रिकार्ड है। अभी तक यह रिकार्ड कोई तोड़ नहीं पाया है। 1980 में पहले जनता पार्टी की उम्मीदवार इंद्रा कुमारी जिले की सांसद बनीं थीं।
देश के विभिन्न संस्थानों में महिलाओं की भागीदारी के साथ राजनीति में भी सक्रियता बढ़ रही है। लोकसभा, विधानसभा व स्थानीय निकाय चुनावों में महिलाओं को पार्टियां उम्मीदवार के रूप में चुनावी अखाड़े में उतार रही हैं। यही कारण है कि महिलाएं सियासी रण में बाजी मारने में कामयाब हो रही हैं। अलीगढ़ लोकसभा सीट पर महिलाओं की भागीदारी व राजनीति में उनकी सक्रियता की बात करें तो वह पुरुष उम्मीदवारों से कम नहीं हैं।
अलीगढ़ में 17 लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें सात बार महिला उम्मीदवारों ने जीत दर्ज कराई है। राष्ट्रपति से लेकर राज्यपाल के पद पर महिलाएं आसीन हैं। केंद्र में कई महिलाओं के हाथों अहम जिम्मेदारी है। 17 लोकसभा चुनाव में सात बार आधी आबादी अलीगढ़ की सांसद बनकर प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
यह रह चुकी हैं जिले की सांसद
सांसद पार्टी वर्ष
इंद्राकुमारी जनता पार्टी 1980
ऊषारानी तोमर कांग्रेस 1984
शीला गौतम भाजपा 1991 लगातार चार बार
राजकुमारी चौहान बसपा 2009
रामपुर सीट से सपा उम्मीदवार का ऐलान, आजम के गढ़ में दिल्ली जामा मस्जिद के इमाम को टिकट
1984 में कांग्रेस से जीती थीं ऊषारानी तोमर
1980 के बाद 1984 के लोकसभा चुनाव में दूसरी बार कांग्रेस के टिकट से ऊषा रानी तोमर जीत दर्ज कराकर संसद पहुंचीं थीं। उस समय चुनाव में 20 प्रत्याशियों में तीन महिला प्रत्याशी थीं।
अभी तक नहीं टूटा सांसद के रूप में शीला गौतम का रिकार्ड
1984 के बाद 1991 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा से पहली बार शीला गौतम अलीगढ़ की सांसद बनी थीं। अब तक के इतिहास में अकेली ऐसी सांसद हैं जो लगातार चार बार हुए चुनाव में जीत दर्ज कराने में कामयाब हुई थी। 1999 तक लगातार भाजपा से वह जीतीं थीं। बसपा से राजकुमारी चौहान पहली बार 2009 में सांसद बनीं थीं। बसपा से अभी तक राजकुमारी चौहान के नाम ही महिलाओं में सांसद का चुनाव जीतने का रिकार्ड है।
1980 में जिले की पहली महिला सांसद चुनी गई थीं
आजादी के बाद पहली बार 1952 में लोकसभा चुनाव हुए थे। अलीगढ़ संसदीय सीट पर 1980 में हुए लोकसभा चुनाव में पहली बार महिला प्रत्याशी इंद्रा कुमारी ने जनता पार्टी से जीत दर्ज कराई थी। उस चुनाव में 26 प्रत्याशियों में से चार महिला प्रत्याशी थीं। पहली बार सांसद बनने का रिकार्ड अपने नाम करने वालीं इंद्रा कुमारी जालौन जिले के जगम्मनपुर राज्य की राजकुमारी होने के साथ ही गभाना एस्टेट के चेतनराज की पत्नी थी।
इस बार अभी तक महिला उम्मीदवार नहीं की गई घोषित
18वें लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। फिलहाल इस बार अभी तक भाजपा व कांग्रेस-सपा गठबंधन से कोई महिला उम्मीदवार नहीं है। बसपा ने अभी तक अपने पते नहीं खोले है। ऐसे में देखना है कि इस बार प्रमुख पार्टियों से महिला उम्मीदवार सियासी मैदान में आती हैं या नहीं। इसके बाद भी अगर किसी पार्टी से प्रत्याशी के रूप में आती हैं तो क्या उन्हें जीत मिलती हैऔर वे एक बार फिर लोकसभा में प्रतिनिधित्व करती हैं।