Madhya Pradesh
Devotee who came to Pandit Pradeep Mishra Kubereshwar Dham dies another fall ill

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मध्य प्रदेश के कुबेरेश्वर धाम (Kubereshwar Dham) में आए श्रद्धालु की मौत हो गई। सीहोर जिले के चितावलिया हेमा स्थित अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) के कुबेरेश्वर धाम में आए श्रद्धालु की मौत हुई है। कुबेरेश्वर धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा की 7 से 13 मार्च तक रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण कथा का आयोजन हो रहा है। इसमें शामिल होने के लिए देशभर से 3 लाख से ज्यादा लोग पहुंच चुके हैं। यह श्रद्धालु अपने परिवार के साथ लखनऊ से दो दिन पहले रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल होने आए थे।
जिसमें 75 साल के बुजुर्ग रामगोपाल वर्मा पिता रामसिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वही एक डिप्टी रेंजर की तबीयत भी बिगड़ गई जिन्हे जिला अस्पताल में लाया गया है। बताया गया है कि वन विभाग के डिप्टी रेंजर चतुर नारायण राय की ड्यूटी कुबेरेश्वर धाम में लगी है, जहां अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया है।
मृतक की बहन सुशीला देवी ने बताया, ‘भाई रामगोपाल समेत हम 6 लोग सोमवार शाम को सीहोर आए थे। सभी पंडाल में ही रुके हुए थे। गुरुवार दोपहर उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी और वे बेहोश हो गए। परिजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दोपहर करीब 12 बजे भाई रामगोपाल बाथरूम जाने का कहकर निकले। लौटते समय ज्यादा गर्मी होने से गश खाकर गिर गए।’ उन्होंने बताया कि रामगोपाल रेलवे विभाग से रिटायर थे। उनको हार्ट की समस्या थी।
डॉक्टर और नर्स की सुविधा है उपलब्ध
वही दूसरी ओर कुबेरेश्वर धाम में ड्यूटी कर रहे डिप्टी रेंजर चतुर नारायण राय को तबीयत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें बॉडी पेन और घबराहट की शिकायत थी। हालांकि, उनकी हालत में सुधार है। बताया जा रहा है कि श्रद्धालुओं के लिए यहां 24 घंटे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध हैं। 10 बिस्तरों का आईसीयू युक्त अस्थाई अस्पताल भी बनाया गया है। हेल्थ कैंप भी लगाए गए हैं।
यह महोत्सव के सीहोर के चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर धाम पर आयोजित है। इसमें शामिल होने के लिए देशभर से भक्त पहुंच रहे हैं। ज्यादातर श्रद्धालु बिहार और महाराष्ट्र से पहुंचे हैं। साढ़े 4 लाख स्क्वायर फीट में लगे 5 डोम बुधवार रात में ही फुल हो गए। दो से तीन लाख से अधिक भक्तों के सीहोर पहुंचने से यहां के सभी होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशाला फुल हो गए हैं। धाम के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग श्रद्धालुओं को किराए पर कमरा दे रहे हैं। भोपाल-इंदौर स्टेट हाईवे के पास होने से सबसे ज्यादा दिक्कत ट्रैफिक जाम की होती है। हालांकि, इस बार दावा किया जा रहा है कि पूरी व्यवस्था कुंभ की तर्ज पर की गई है इसलिए कोई परेशानी नहीं होगी। वहीं, पुलिस-प्रशासन ने 7 दिन के लिए पूरा ट्रैफिक रूट डायवर्ट कर दिया है।