Punjab
Agniveer of Punjab recruited a year ago martyred in Kashmir Father raised questions on recruitment

ऐप पर पढ़ें
पंजाब का एक और अग्निवीर शहीद हो गया है। खन्ना के गांव रामगढ़ सरदार के रहने वाले अग्निवीर अजय सिंह (23) जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गए। वीरवार को राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में बारूदी सुरंग में विस्फोट होने कारण अजय सिंह की जान चली गई। शनिवार शाम को उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा जहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। गुरुवार को सुबह साढ़े दस बजे सेना की एक टीम नौशहरा सेक्टर के कलाल इलाके में पोखरा चौकी के पास गश्त कर रही थी। इस दौरान बारूदी सुरंग में जोरदार धमाका हुआ। मौके पर मौजूद 3 जवान चपेट में आ गए। तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान अजय सिंह ने दम तोड़ दिया।
फरवरी 2022 में हुआ था भर्ती
शहीद अजय सिंह के पिता चरणजीत सिंह ने बताया कि छह बेटियों के बाद उन्हें बेटा हुआ था। वह खुद मजदूरी करते थे। पत्नी भी काम करती थी। बेटियां भी प्राइवेट नौकरी करती थीं। बेटा खुद कभी पेंट करने जाता था तो कभी राजमिस्त्री के साथ दिहाड़ी पर जाता था। 12वीं पास करने के बाद फरवरी 2022 में बेटा भर्ती हुआ। अब आस थी कि बेटा परिवार का सहारा बन गया है, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि ऐसे बेटा शहीद हो जाएगा। शहादत पर गर्व है, लेकिन बेटे का दुख कभी नहीं भूला जा सकता।
पिता ने अग्निवीर भर्ती पर उठाए सवाल
शहीद अजय ने अगस्त 2023 में परिवार के साथ बर्थडे मनाया था। वह फरवरी में घर छुट्टी आने वाले थे। पिता चरणजीत सिंह ने अग्निवीर भर्ती पर सवाल उठाए। शहीद के पिता ने कहा कि 4 साल के लिए भर्ती किया जाता है। कोई पेंशन और कोई लाभ नहीं है। आज उनका बेटा शहीद हुआ है। बाकी भी जवान देश के बेटे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार को अग्निवीरों को पहले की तरह सभी सुविधाएं देनी चाहिए।
सीएम ने शोक जताया, पीड़ित परिवार को वित्तीय सहायता देने की घोषणा की
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 23 वर्षीय सैनिक जवान अजय सिंह की ड्यूटी दौरान शहादत पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अग्निवीर अजय सिंह, जो खन्ना के नजदीक गांव रामगढ़ सरदारां का रहने वाला था, एक बारूदी सुरंग धमाके में शहीद हो गया। उन्होंने कहा कि इस बहादुर सैनिक ने जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी निभाते हुए अपने प्राण न्यौछावर किए है। उन्होंने कहा कि यह देश के लिए और विशेषकर परिवार के लिए न पूरी होने वाली कमी है। उन्होंने बहादुर शहीद के परिवार के साथ सांत्वना व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब सरकार इस मुश्किल समय में परिवार के साथ है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार की नीति अनुसार पीड़ित परिवार को वित्तीय सहायता दी जाएगी। भगवंत मान ने कहा कि देश के लिए कुर्बानियां देने वाले फौजी जवानों से देश के नौजवानों को प्रेरणा मिल रही है और पंजाब लगातार शाहदतें देने वालों की सूची में सबसे आगे हैं। देश की खातिर पंजाबी नौजवानों ने सबसे ज्यादा कुर्बानियां दी हैं।