देहरादून: उत्तराखंड में ऊर्जा क्षेत्र को सुदृढ़ और उपभोक्ता केंद्रित बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। शनिवार को मुख्य सचिव आनंद बर्धन की अध्यक्षता में उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPCL) के ऊर्जा भवन देहरादून में निदेशक मंडल की 124वीं बैठक आयोजित की गई।
समयबद्ध परियोजनाएं, विश्वसनीय बिजली पर फोकस
मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिए कि विद्युत उत्पादन, पारेषण और वितरण से जुड़ी सभी परियोजनाएं समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएं। उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और किफायती बिजली उपलब्ध कराने हेतु बेहतर कार्यान्वयन सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
तकनीकी मेंबर की नियुक्ति और टैरिफ ऑर्डर पेश करने के निर्देश
बोर्ड में तकनीकी बिंदुओं की गहराई से जांच के लिए एक टेक्निकल मेंबर की नियुक्ति का सुझाव दिया गया। साथ ही UERC द्वारा जारी टैरिफ ऑर्डर को भी निदेशक मंडल में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
सीमांत गांवों को ग्रिड से जोड़ने के निर्देश
मुख्य सचिव ने कहा कि जो गांव फिलहाल सोलर ऊर्जा पर निर्भर हैं, उन्हें भी ग्रिड आधारित बिजली से जोड़ने के प्रयास किए जाएं ताकि सभी क्षेत्रों को समान सुविधा मिल सके।
ट्रांसफार्मर में 76 हजार कैपेसिटर बैंक लगाने का निर्णय
प्रदेशभर में वोल्टेज गुणवत्ता सुधारने के लिए 76 हजार से अधिक कैपेसिटर बैंक ट्रांसफार्मरों में लगाए जाएंगे, जिसका निदेशक मंडल द्वारा अनुमोदन कर दिया गया है।
100 मेगावाट की BESS परियोजना को मंजूरी
बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) की 100 मेगावाट परियोजना को हरी झंडी दी गई है। यह पहल नवीनीकरणीय ऊर्जा के एकीकरण को बढ़ावा देगी।
वित्तीय संस्थानों से सस्ती दरों पर ऋण लेने का सुझाव
प्रोजेक्ट्स के लिए वित्तीय संस्थानों से प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों का आकलन करने के बाद ही लोन लिया जाए, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
यूपीसीएल की उपलब्धियां
बैठक में यूपीसीएल ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से राजस्व संग्रह में लगातार वृद्धि हो रही है, एटी एंड सी लॉसेज में भी सुधार हुआ है और उपभोक्ता संतुष्टि रैंकिंग बेहतर हुई है।
बैठक में शामिल अधिकारी
इस बैठक में प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, वित्त सचिव दिलीप जावलकर, स्वतंत्र निदेशक बीपी पांडेय और पराग गुप्ता, यूपीसीएल एमडी अनिल कुमार, पिटकुल से पीसी ध्यानी और यूजेवीएनएल से संदीप सिंहल मौजूद रहे।