Uttarakhand
इस साल चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं ने बनाया रिकॉर्ड, तीर्थयात्रियों की संख्या पहुंची 50 लाख के पार।
देहरादून – चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं ने इस साल नया इतिहास रच दिया है। इस सीजन में अब तक रिकॉर्ड संख्या में तीर्थ यात्रा चार धाम पहुंच रहे हैं। पहली बार तीर्थयात्रियों की संख्या पचास लाख के पार चली गई है।
चार धाम में हो रही बर्फबारी और बारिश के बावजूद लोगों का उत्साह बना हुआ है। उत्तराखंड पुलिस द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 31 अक्टूबर 2023 तक चारधाम दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 52 लाख के पार पहुंच गयी है। मौजूदा समय में रिकॉर्ड स्तर पर यात्रियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
चारधाम की यात्रा शुरू होने के बाद केदारनाथ धाम में 1898161, बद्रीनाथ में 1720514, गंगोत्री में 890441 यमुनोत्री में 727359 हेमकुंड साहिब में 262351 से श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। चारधाम यात्रा में 31 अक्टूबर शाम तक 5217177 तीर्थयात्रियों ने किए दर्शन।
दर्शनार्थियों/तीर्थयात्रियों की संख्या
श्री बदरीनाथ धाम
कपाट खुलने की तिथि 27 अप्रैल से 1 नवंबर रात्रि तक – 1720514
कपाट बंद की तिथि – शनिवार 18 नवंबर
श्री केदारनाथ धाम
कपाट खुलने की तिथि 25 अप्रैल से 1 नवंबर तक कुल तीर्थयात्री 1898161
(हेलीकॉप्टर से 129872 तीर्थयात्री भी शामिल)
कपाट बंद की तिथि- बुधवार 15 नवंबर भैया दूज
श्री गंगोत्री धाम
कपाट खुलने की तिथि 22 अप्रैल से 1 नवंबर तक 890441
कपाट बंद की तिथि- मंगलवार 14 नवंबर अन्नकूट
श्री यमुनोत्री धाम
कपाट खुलने की तिथि 22 अप्रैल से 1 नवंबर तक 727359
कपाट बंद तिथि- बुद्धवार 15 नवंबर भैया दूज
1 नवंबर तक श्री बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचनेवाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या का योग – 3618675
1 नवंबर तक श्री गंगोत्री-यमुनोत्री पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या – 1617800
31 अक्टूबर शाम तक उत्तराखंड चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या – 5236475
चारधाम यात्रा विशेष
• चारों धामों में मौसम सर्द हुआ।
• चारधाम यात्रा मार्ग बारिश बर्फवारी के बावजूद सुचारू हैं, निरंतर चल रही चारधाम यात्रा।
श्री हेमकुंट साहिब- लोकपाल तीर्थ के कपाट 20 मई को खुले तथा बीते बुद्धवार 11 अक्टूबर 2023 को दोपहर 1 बजे बंद हो गये है। उत्तराखंड पुलिस के आंकड़ों के अनुसार 177463 से अधिक श्रद्धालु श्री हेमकुंट लोकपाल तीर्थ दर्शनों के लिए पहुंचे। जबकि हेमकुंट ट्रस्ट द्वारा यात्रियों की संख्या 262351 बतायी गयी है।
चतुर्थ केदार रूद्रनाथ जी के कपाट शनिवार 20 मई को खुले, यात्रा चल रही। बुधवार 18 अक्टूबर प्रात: 8 बजे कपाट बंद हो गये हैं। विग्रह मूर्ति 20 अक्टूबर को गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर पहुंच गयी।
द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी के कपाट सोमवार 22 मई को श्रद्धालुओं को दर्शन हेतु खुले। 22 नवंबर को कपाट शीतकाल हेतु बंद होंगे
अभी तक 12 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये।
यात्रा गतिमान है।
तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट 26 अप्रैल को खुलने के बाद यात्रा निरंतर चली। कपाट बंद होने तक एक लाख छत्तीस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किये।
1 नवंबर बुद्धवार को पूर्वाह्न 11 बजे शीतकाल हेतु कपाट बंद हो गये। तथा श्री तुंगनाथ जी की विग्रह डोली रात्रि प्रवास हेतु चोपता पहुंची। 2 नवंबर भनकुन प्रवास करेगी।विग्रह देव डोली 3 नवंबर को शीतकालीन पूजास्थल श्री मार्कंडेय मंदिर मक्कूमठ पहुंच रही है।