Uttar Pradesh
यूपी में पराली जलाने की घटनाएं थमीं, पंजाब-हरियाणा में बढ़ीं, लोग हुए जागरूक
पराली जलाने की घटनाओं पर उत्तर प्रदेश में अंकुश लगता जा रहा है। अफसरों की रात दिन की भाग दौड़ से प्रदेश में अभी कुल 22 मामले पराली एवं कृषि अवशेष जलाने के सामने आए हैं। सेटेलाइट से खेतों में पराली एवं कूड़ा जलाने वाले किसानों पर अफसरों की नजर है।
पराली जलाने की घटनाओं पर उत्तर प्रदेश में अंकुश लगता जा रहा है। अफसरों की रात दिन की भाग दौड़ से प्रदेश में अभी कुल 22 मामले पराली एवं कृषि अवशेष जलाने के सामने आए हैं। सेटेलाइट से खेतों में पराली एवं कूड़ा जलाने वाले किसानों पर अफसरों की नजर है। यूपी में मात्र आठ जिले ऐसे हैं जिन्होंने पराली जलाई है। चार अक्तूबर तक की रिपोर्ट केंद्र ने जारी की है। सबसे ज्यादा पराली पंजाब व हरियाणा में जलाई है। पंजाब के अमृतसर में सबसे ज्यादा 94, हरियाणा के करनाल में 26 और कुरूक्षेत्र में 25 पराली जली हैं। उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ में चार, बुलंदशहर में तीन, फैजाबाद में चार सबसे ज्यादा मामले हैं।
बुलंदशहर में विभागीय अफसर इन्हें पराली नहीं कृषि अवशेष, कूड़ा करकट बता रहे हैं। पराली से प्रदूषण सबसे अधिक होता है इसका धुंआ ठोस होने से सांस लेने में दिक्क्त होती है। एनजीटी ने पूरी तरह से पराली जलाने पर रोक लगा दी है और इसके लिए बड़े स्तर पर मॉनिटरिंग चल रही है। हालांकि अब पराली जलाने की घटनाओं पर काफी हद तक अंकुश लग गया है।
हरियाणा, पंजाब जला रहे सबसे ज्यादा पराली
केंद्र से जो मॉनिटरिंग रिपोर्ट आई है वह काफी चौंकाने वाली है। इसमें पंजाब व हरियाणा के कुछ जिलों में पराली जलाने की घटनाएं चार अक्तूबर तक सबसे ज्यादा आई है। रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में अभी तक 188, हरियाणा में 119, उत्तर प्रदेश में 22, मध्य प्रदेश में 13, दिल्ली में शून्य और राजस्थान में कुल नौ मामले पराली जलाने के हैं। देखा जाए तो पराली जलाने में पहले नंबर पर पंजाब, दूसरे पर हरियाणा और तीसरे पर नंबर पर यूपी है।
पंजाब के सर्वाधिक पराली फूंकने वाले जिले
1.अमृतसर — 94
2.फिरोजपुर — 11
3.गुरूदासपुर — 11
4.कपूरथला — 16
5.जालंधर — 9
6.संगूर — 6
हरियाणा में सर्वाधिक पराली फूंकने वाले जिले
1.करनाल — 36
2.कुरूक्षेत्र — 25
3.फरीदाबाद — 9
4.कैथल — 8
5.सोनीपत — 8
6.यमुनानगर — 8
7.फतेहाबाद — 5
यूपी में पराली जलाने वाले सर्वाधिक जिले
1.अलीगढ़ — 4
2.फैजाबाद — 4
3.बुलंदशहर — 3
4.सहारनपुर — 2
मध्य प्रदेश-राजस्थान हुए जागरूक
पराली जलाने के मामलों में सबसे ज्यादा गिरावट राजस्थान में देखने को मिली है, यहां पर केवल नौ मामले आए हैं। इसमें हनुमानगढ़ जिले में आठ व चित्तौड़गढ़ जिले में एक मामला आया है, जबकि मध्य प्रदेश में 13 मामले आए हैं इसमें सबसे ज्यादा इंदौर में तीन मामले आए हैं। इसके बाद विदिशा में तीन, भोपाल में दो, सिंगराौली में दो मामले आए हैं, कुछ जनपदों में एक-एक मामला है।
कूड़ा-करकट की घटनाएं भी हो रही कैद
पराली जलाने की घटनाओं पर सीधे सेटेलाइट से नजर रखी जा रही है, यदि कोई किसान खेतों में पराली, कृषि अवशेष या फिर चकरोड़ और नहर झाड़ियों में आग लगाता है तो उसे सभी सेटेलाइट पकड़ लेती है। बुलंदशहर में जो तीन घटनाएं दिखाई जा रही हैं कृषि विभाग इन्हें अवशेष व कूड़ा करकट बता रहा है। डीडी ने बताया कि किसान पराली न जलाने को लेकर जागरूक हुए है मगर वह खेतों में अभी भी कूड़ा करकट और अन्य अवशेष जला देते हैं इन्हें भी सेटेलाइट पकड़ लेती है। जहांगीराबाद में अभी दो किसानों ने अवशेष जलाए थे अभी यह सेटेलाइट से रिपोर्ट में नहीं आए हैं।
बुलंदशहर के जिला उपकृषि निदेशक,रघुराज सिंह ने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं में काफी हद तक गिरावट आई है। हरियाणा व पंजाब में सबसे ज्यादा मामले आए हैं, रिपोर्ट में पूरा उल्लेख है। जिले में अभी तीन घटनाएं कृषि अवशेष व कूड़ा करकट जलाने की हैं।