Connect with us

Blog

Maa Skandmata Aarti Lyrics : maa skandmata aarti Pdf in Hindi Chaitra Navratri 2024 day 5

Published

on


Maa Skandmata Aarti IN Hindi : कल यानी 13 अप्रैल 2024 को चैत्र नवरात्रि का पांचवा दिन है। यह विशेष दिन मां दुर्गा के पांचवे स्वरूप स्कंदमाता को समर्पित है। धार्मिक मान्यता है कि स्कंदमाता की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। मां स्कंदमाता का अलौकिक तेज और कांतिमय स्वरूप हर किसी का मन मोह लेने वाला है। इनकी चार भुजाएं हैं,दो हाथों में वह कमल का फूल, एक हाथ में स्कंदजी(भगवान कार्तिकेय) का बालरूप को संभाले हुए और दूसरे हाथ से माता तीर ली हुई हैं। मां दुर्गा के इस दिव्य स्वरूप का आशीर्वाद पाने के लिए पूजा-अर्चना के साथ उनकी विशेष आरती भी जरूर करें। यहां पढ़ें स्कंदमाता की आरती…

मेष राशि में सूर्य गोचर से इन 4 राशियों की बढ़ेगी टेंशन,धन के मामले में रहें सर्तक, 1 महीने तक न करें ये काम

स्कंदमाता की आरती 

जय तेरी हो स्कंद माता।

पांचवां नाम तुम्हारा आता॥

सबके मन की जानन हारी।

जग जननी सबकी महतारी॥

तेरी जोत जलाता रहू मैं।

हरदम तुझे ध्याता रहू मै॥

कई नामों से तुझे पुकारा।

मुझे एक है तेरा सहारा॥

कही पहाड़ो पर है डेरा।

कई शहरों में तेरा बसेरा॥

हर मंदिर में तेरे नजारे।

गुण गाए तेरे भक्त प्यारे॥

भक्ति अपनी मुसझे दिला दो।

शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो॥

इंद्र आदि देवता मिल सारे।

करे पुकार तुम्हारे द्वारे॥

दुष्ट दैत्य जब चढ़ कर आए।

तू ही खंडा हाथ उठाए॥

दासों को सदा बचाने आयी।

भक्त की आस पुजाने आयी॥

मां स्कंदमाता का मंत्र : नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता के इन सरल मंत्रों का जाप कर सकते हैं।

‘ऊँ स्कन्दमात्रै नम:।।’

‘ऊँ देवी स्कन्दमातायै नमः।।’

मां स्कंदमाता को लगाएं ये विशेष भोग : इस दिन पूजा के दौरान माता रानी को केले का भोग लगाना चाहिए। मां स्कंदमाता को केला अति प्रिय है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

 



Source link

Advertisement