Connect with us

Uttar Pradesh

मेरठ में तैयार हो गया रैपिड रेल का कॉरिडोर, जानें अभी क्या चला रहा

Published

on

मेरठ में तैयार हो गया रैपिड रेल का कॉरिडोर, जानें अभी क्या चला रहा


रैपिड रेल का मेरठ में कॉरिडोर तैयार हो गया है। मोदीपुरम में करीब 350 मीटर का एलिवेटेड कॉरिडोर भी अब स्लैब रखे जाने के साथ पूर्ण हो गया। आइए जानते हैं अभी क्या चला रहा?

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानSat, 5 Oct 2024 05:51 AM
share Share

दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल का मेरठ में कॉरिडोर तैयार हो गया है। मोदीपुरम में करीब 350 मीटर का एलिवेटेड कॉरिडोर भी अब स्लैब रखे जाने के साथ पूर्ण हो गया। अब एनसीआरटीसी की ओर से मेरठ में मेरठ दक्षिण (परतापुर) से मोदीपुरम स्टेशन के बीच फाइनल टच देने का काम शुरू कर दिया गया है।

मेरठ में रैपिड रेल का कॉरिडोर कुल 23 किलोमीटर का है, जो मेरठ दक्षिण से मोदीपुरम के बीच है। इस 23 किलोमीटर के कॉरिडोर पर हाईस्पीड रैपिड रेल के साथ ही मेरठ मेट्रो का संचालन भी होगा। फिलहाल साहिबाबाद से मेरठ दक्षिण तक रैपिड रेल कॉरिडोर पर नमो भारत ट्रेन का संचालन किया जा रहा है। अब मेरठ में 23 किलोमीटर का कॉरिडोर तैयार हो गया है। अब एनसीआरटीसी की ओर से स्ट्रक्चर निर्माण के बाद फाइनल टच देने का काम प्रारंभ कर दिया गया है। दावा है कि मार्च-2025 तक कॉरिडोर बिल्कुल फाइनल हो जाए ताकि मई-जून 2025 तक संचालन हो सके।

मेरठ में 17 किमी एलिवेटेड, 6 किमी अंडरग्राउंड है

एनसीआरटीसी के अनुसार, मेरठ में रैपिड रेल कॉरिडोर कुल 23 किलोमीटर का है, जिसमें कॉरिडॉर का करीब छह किमी का हिस्सा अंडरग्राउंड है। करीब 17 किलोमीटर एलिवेटेड है। इस अंडरग्राउंड हिस्से में मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल अंडरग्राउंड स्टेशन हैं। इनके लिए सुरंग का निर्माण कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका है। अब स्टेशनों में फिनिशिंग का कार्य तेज गति से किया जा रहा है। इस 23 किमी के हिस्से में 22 किमी से अधिक का हिस्सा सितंबर में कनेक्ट हो चुका था। अब पूरे 23 किमी का हिस्सा कनेक्ट हो चुका।

इस तरह है एलिवेटेड और अंडरग्राउन्ड स्टेशन

मेरठ साउथ (आरआरटीएस), परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, एमईएस कॉलोनी, डोरली, मेरठ नार्थ और मोदीपुरम स्टेशन एलिवेटेड है। बीच में मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल अंडरग्राउंड स्टेशन हैं। मोदीपुरम डिपो स्टेशन रैपिड और मेरठ मेट्रो का अंतिम स्टेशन होगा। मेरठ में सिविल निर्माण अंतिम चरण में पहुंचने के साथ ही ट्रैक बिछाने की गतिविधियां भी तेजी से जारी हैं। साथ ही ओएचई इंस्टालेशन का कार्य भी किया जा रहा है।



Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement