Uttarakhand
बदरीनाथ धाम में जाम से मिलेगी राहत , फास्टैग से वसूला जाएगा इको टूरिज्म शुल्क….

देहरादून – चारधाम यात्रा के दौरान इस वर्ष यात्रियों को एक नई सुविधा मिलने जा रही है। बदरीनाथ धाम में अब इको टूरिज्म शुल्क FASTag (फास्टैग) के माध्यम से वसूला जाएगा। इस नई डिजिटल व्यवस्था से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि धाम क्षेत्र में अक्सर लगने वाले जाम से भी राहत मिलेगी।
बदरीनाथ नगर पंचायत द्वारा फास्टैग सुविधा को लागू करने की तैयारियां तेज़ कर दी गई हैं। अभी तक देवदर्शनी नामक स्थान पर यात्रा वाहनों से QR कोड या नकद के माध्यम से शुल्क वसूला जाता था, जिससे लंबी कतारें और जाम की स्थिति बन जाती थी। लेकिन अब, जैसे ही वाहन देवदर्शनी से गुजरेंगे, फास्टैग स्कैन होते ही शुल्क कट जाएगा, और यातायात निर्बाध रूप से आगे बढ़ेगा।
फास्टैग शुल्क दरें:
- बसों के लिए: ₹100
- छोटे वाहनों के लिए: ₹70
नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित के अनुसार, फास्टैग से शुल्क वसूली की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और यह व्यवस्था चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले लागू कर दी जाएगी।
हेलीकॉप्टर सेवा पर मैनुअल शुल्क
बदरीनाथ में संचालित हेली सेवा से प्रति हेलिकॉप्टर ₹1000 का इको पर्यटक शुल्क मैनुअली वसूला जाएगा। यात्रा के दौरान विभिन्न कंपनियों के हेलीकॉप्टर उड़ान भरते हैं, जिनसे शुल्क लेने की व्यवस्था पहले की तरह मैनुअल ही रहेगी।
इको टूरिज्म शुल्क का उपयोग
बदरीनाथ धाम में वसूले गए इको शुल्क का उपयोग पर्यावरण संरक्षण, कूड़ा प्रबंधन और साफ-सफाई के कार्यों में किया जाता है। यात्रा काल में धाम क्षेत्र में टनों कूड़ा एकत्रित होता है, जिसे सुव्यवस्थित तरीके से निस्तारित किया जाता है। साथ ही, देश के प्रथम गांव माणा में भी इसी शुल्क से पर्यावरणीय गतिविधियां संचालित होती हैं।
प्रशासन की तैयारी
एसडीएम ज्योतिर्मठ चंद्रशेखर वशिष्ठ ने भी पुष्टि की कि यह व्यवस्था लागू करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, और चारधाम यात्रा शुरू होने तक इसे पूरी तरह से चालू कर दिया जाएगा।