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ashtami navami chaitra navratri april 2024 kab hai date time shubh muhrat

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ashtami navami chaitra navratri april 2024 kab hai date time shubh muhrat


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Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्र की अष्टमी 16 अप्रैल को होगी। वहीं 17 अप्रैल को महानवमी पर भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि अष्टमी तिथि का प्रारंभ 15 अप्रैल (सोमवार) को दोपहर 12.11 बजे हो रहा है। अष्टमी तिथि का समापन 16 अप्रैल को दिन में 1.23 बजे होगा। ऐसे में नवरात्र की अष्टमी तिथि का व्रत 16 अप्रैल को किया जाएगा। जबकि नवमी तिथि का प्रारंभ 16 अप्रैल को दिन में 1.23 बजे होगा। नवमी तिथि 17 अप्रैल को दोपहर 3.14 बजे तक रहेगी। ऐसे में नवमी 17 अप्रैल को मनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि चैत्र नवरात्र की अष्टमी और नवमी पर कन्या पूजन और हवन कर नवरात्र का व्रत संपन्न होता है।

दुर्गाष्टमी पूजा-विधि

  • इस दिन सुबह उठकर जल्गी स्नान कर लें, फिर पूजा के स्थान पर गंगाजल डालकर उसकी शुद्धि कर लें।
  • घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
  • मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।
  • मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
  • धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें।
  • मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।

दुर्गाष्टमी पूजा सामग्री की पूरी लिस्ट

  • लाल चुनरी
  • लाल वस्त्र
  • मौली
  • श्रृंगार का सामान
  • दीपक
  • घी/ तेल
  • धूप
  • नारियल
  • साफ चावल
  • कुमकुम
  • फूल
  • देवी की प्रतिमा या फोटो
  • पान
  • सुपारी
  • लौंग
  • इलायची
  • बताशे या मिसरी
  • कपूर
  • फल-मिठाई
  • कलावा

राम नवमी पूजा विधि

  • इस पावन दिन शुभ जल्दी उठ कर स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र पहन लें।
  • अपने घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
  • घर के मंदिर में देवी- देवताओं को स्नान कराने के बाद साफ स्वच्छ वस्त्र पहनाएं।
  • भगवान राम की प्रतिमा या तस्वीर पर तुलसी का पत्ता और फूल अर्पित करें।
  • भगवान को फल भी अर्पित करें।
  • अगर आप व्रत कर सकते हैं, तो इस दिन व्रत भी रखें।
  • भगवान को अपनी इच्छानुसार सात्विक चीजों का भोग लगाएं।
  • इस पावन दिन भगवान राम की आरती भी अवश्य करें।
  • आप रामचरितमानस, रामायण, श्री राम स्तुति और रामरक्षास्तोत्र का पाठ भी कर सकते हैं।
  • भगवान के नाम का जप करने का बहुत अधिक महत्व होता है। आप श्री राम जय राम जय जय राम या सिया राम जय राम जय जय राम का जप भी कर सकते हैं। राम नाम के जप में कोई विशेष नियम नहीं होता है, आप कहीं भी कभी भी राम नाम का जप कर सकते हैं।

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राम नवमी व्रत पूजा सामग्री लिस्ट

  • श्री राम जी का चित्र अथवा मूर्ति
  • पुष्प
  • नारियल 
  • सुपारी
  • फल
  • लौंग
  • धूप
  • दीप
  • घी 
  • पंचामृत 
  • अक्षत
  • तुलसी दल
  • चंदन 
  • मिष्ठान



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