Uttar Pradesh
12 एप से शेयर में निवेश का झांसा देकर उड़ा दिए 4 Cr, डॉक्टर-इंजीनियर-व्यापारी-शिक्षक फंसे झांसे में
Online fraud: रोजाना नए तरीकों से झांसा देकर लोगों की जेब पर डाका डालने वाले जालसाजों ने अब शेयर मार्केट में मदद के लिए बने एप को ही हथियार बना लिया है। जालसाजों ने असली से मिलते-जुलते 12 ऐसे एप बनाए हैं, जिनके जरिए लोगों के खाते खाली कर रहे हैं। उनके इस जाल में लंबे समय से शेयर में रुपये लगा रहे लोग भी फंस रहे हैं। लोग दोगुना मुनाफे के लालच में आते हैं और खाता खाली होने के बाद ठगी का पता चलता है। पिछले तीन महीने में गोरखपुर में करीब चार करोड़ रुपये जालसाज खातों से उड़ा चुके हैं।
जालसाजों ने मदद के नाम पर सोशल मीडिया पर जाल बिछाया है। एप की मदद से ये यह बताने का दावा करते हैं कि उतार-चढ़ाव के हिसाब से शेयर मार्केट में निवेश कराएंगे। अधिक लाभ के लालच में लोग आसानी से इनके शिकार बन जा रहे हैं। चूंकि इस तरह के मददकार सात एप हैं भी, लिहाजा लोग आसानी से जालसाजों का भरोसा कर ले रहे हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, व्यापारी, शिक्षक हर तबके के लोग इनके जाल में फंसकर रकम गंवा चुके हैं।
तीन महीने में 22 मामले, 16 में शेयर से ठगी
पिछले तीन महीने में 22 मामलों में पुलिस ने केस दर्ज किया है। साइबर थाने में दर्ज ये ऐसे केस में हैं, जिनमें जालसाजी दस लाख या उससे अधिक की जालसाजी हुई है। इनमें से 16 मामले ऐसे हैं, जिनमें शेयर में रकम निवेश करने के नाम पर जालसाजी की गई है। मामले करोड़-दो करोड़ के भी हैं लेकिन 10 लाख से 30 लाख रुपये के बीच के ज्यादा केस हैं। मसलन, अगस्त में जेमिनिया गार्डन निवासी आशुतोष सिंह से दो करोड़ रुपये की ठगी हो गई। रुपये भेजने के बाद जालसाजी की जानकारी हुई और केस दर्ज कराया। सितंबर में एयरफोर्स कर्मचारी की पत्नी से 27.45 लाख रुपये की ठगी हुई। वह शेयर में दिलचस्पी रखती थीं और झांसे में आकर रकम गंवा दी। वहीं अक्तूबर में गोरखनाथ इलाके के मनीष झुनझुनवाला के साथ भी 84 लाख रुपये की ठगी हो गई। कई खातों में इन्होंने रुपये भेजे थे। केस दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।
ऐसे करते हैं जालसाजी
शेयर बाजार में रुपये लगाकर मुनाफा कमाने के एप का प्रचार सोशल मीडिया पर किया जाता है। लिंक पर जाने के बाद एप को डाउनलोड कराया जाता है। फिर इस एप पर कुछ छोटे-छोटे कंपनियों के शेयर को खरीदने का सुझाव दिया जाता है और शुरुआत में मुनाफा भी दिखाया जाता है। फिर विश्वास होने पर बड़ी रकम लगाने को कहा जाता है और झांसे में आने वाले पैसा लगा देते हैं। बड़ी रकम का मुनाफा दिखाकर जालसाजी की कोशिश की जाती है। मसलन, अगर किसी ने दस लाख लगाया है तो उसे 11 लाख 70 हजार रुपये का लालच दिया जाता है। यह कहकर कि इस रकम को पाने के लिए आप को जीएसटी देना होगा और फिर उसके नाम पर ओटीपी भेजकर पूरा खाता खाली कर देते हैं।
इन एप से रहें सावधान
जालसाजों ने बल्क कोटक एआई प्रो, कोटक सेक्योरिटीज केएसएल ऑफिशियल, जीएसगोल्डडॉटकॉम, तमिल@123, टॉप्स टेक्नोलॉजी, राजलाल वासानी, धन एप, इंडियन स्टॉक, गोल्डमैन, गोल्डमैन सैच्स ट्रेडिंग, कॉसमॉस, ट्रेड जोन नाम से एप बनाकर जालसाजी की है। ये नाम एफआईआर में दर्ज हैं। पुलिस ने इन एप से सावधान रहने की सलाह दी है।
क्या बोली पुलिस
गोरखपुर के एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा कि लोगों को लालच में लेकर जालसाज ठगी का शिकार बनाते हैं। जो भी मामले सामने आ रहे हैं, पुलिस केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा लोगों को साइबर अपराध से बचाने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।