Uttarakhand
25 जून 1975 सिर्फ तारीख नहीं, लोकतंत्र पर था हमला …

देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 25 जून 1975 की रात लागू किए गए आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला दिन बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस ने सत्ता बचाने के लिए संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचल दिया, प्रेस की स्वतंत्रता छीन ली, न्यायपालिका को दबाने की कोशिश की गई और हजारों निर्दोषों को जेल में डाल दिया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने ट्वीट में कहा,
“‘इंदिरा ही इंडिया है’ जैसे नारों के जरिए कांग्रेस ने लोकतंत्र को व्यक्ति पूजा में बदलने का प्रयास किया, जो किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सबसे बड़ा खतरा होता है।”
उन्होंने कहा कि आपातकाल कोई भूल नहीं, बल्कि कांग्रेस के लोकतंत्र विरोधी चरित्र का सबसे क्रूर प्रमाण है। जब नेतृत्व आलोचना से डरने लगे, तो वह संविधान की मर्यादाएं भी तोड़ने में संकोच नहीं करता।
धामी ने कहा कि आज जब कांग्रेस लोकतंत्र की बात करती है, तो इतिहास गवाही देता है कि जो दल संविधान की आत्मा को कुचल चुका है, वह सत्ता की खातिर किसी भी हद तक जा सकता है।
उन्होंने जनता से लोकतंत्र की रक्षा के लिए सतर्क रहने और सच को स्वीकार करने की अपील की।