Uttar Pradesh
भारी एलपीजी सिलेंडर उठाने से मिलेगी निजात, नए में गैस पूरी होगी; वजन होगा कम
LPG Gas Cylinder: एलपीजी सिलेंडर की गैस खत्म होने पर अब भारी वजन उठाने से कुछ हद तक निजात मिलेगी। तेल कंपनियों ने अब कम वजनी हाई टेंसाइल स्टील सिलेंडर लांच किया है। प्रचलित सिलेंडर से इसके वजन में 20 फीसदी तक की कमी की गई है। खास बात यह है कि ये सिलेंडर प्रचलित किस्म से अधिक सुरक्षित होगा।
एक वितरक ने बताया कि अब ऐसी स्टील का प्रयोग किया जा रहा है जो अत्यधिक मजबूत है। इसे क्रोमियम, मोलिब्डेनम, सिलिकॉन, मैंगनीज, निकल और वैनेडियम जैसे अवयवों से तैयार किया जाता है और यह अत्यधिक तनाव झेलने की स्थिति में होता है। झड़ने या संक्षारण (कोरोजन) प्रतिरोधकता बहुत ज्यादा होती है।
अत्यधिक तापमान में भी इस सिलेंडर से खतरा नहीं रहेगा। यह लो टेंसाइल स्टील की तुलना में हल्का होता है। इससे सिलेंडरों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजना सुगम होगा। विशेष रूप से गृहिणियों को सिलेंडर बदलने में कम वजन उठाना होगा। यह लौह अयस्क आधारित स्टील की तुलना में पर्यावरण के अधिक अनुकूल रहता है। हाई टेंसाइल स्टील को सिलेंडर का आकार देना आसान रहता है। इसका दाम अधिक रहता है, लेकिन इसके फायदे देखते हुए दाम कुछ भी नहीं।
गैस चोरी रोकने की भी कवायद
ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन का एक प्रतिनिधिमंडल हाल में तेल मंत्रालय के अधिकारियों से मिला। उनके समक्ष एलपीजी सुरक्षा एवं घटतौली से जुड़े विषय को प्रमुखता से रखा। प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों को बताया गया कि अब सिलेंडर के ऊपर सील लगाने की बजाय इसकी बनावट में परिवर्तन किया जा रहा है। अब ऐसा वाल्व नए सिलेंडरों में फिट किया जाएगा जिससे अनाधिकृत रूप से गैस कटिंग नहीं की जा सकेगी। ऐसे नए सिलेंडर नवंबर महीने में आगरा सहित अन्य शहरों में लांच होंगे।
15 की जगह 12 किलो
अभी तक जो सिलेंडर चलन में हैं उनका वजन 15 किलो से लेकर 16.5 किलो तक रहता है। नए हाई टेंसाइल स्टील सिलेंडर का वजन 12.6 किलो से लेकर 13.3 किलो तक है। इस सिलेंडर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि उपयोगकर्ता के जोखिम में बड़ी कमी आ जाएगी। आयरन ओर से निर्मित स्टील की तुलना में इसमें जंग लगने की गुंजाइश कम होगी। जिस वजह से यह घर में और भी ज्यादा सुरक्षित तरीके से रखा रहेगा।
ओटीपी से मिलेगा सिलेंडर
फेडरेशन के एक पदाधिकारी ने बताया कि गैस की बुकिंग के तौर तरीकों में भी बदलाव किया जा रहा है। इसे अधिक सुरक्षित और कारगर बनाने की तैयारी है। ऐसे उपभोक्ता जो अपने कनेक्शन पर नियमित रूप से बुकिंग नहीं कराते, उनके हिस्से के सिलेंडर गैस माफिया प्रयोग में ले लेते हैं। इसको रोकने के लिए ओटीपी आधारित डिलीवरी सिस्टम को लाया जा रहा है। इस व्यवस्था में वही व्यक्ति सिलेंडर ले सकेगा जिसके पते पर गैस कनेक्शन दर्ज है और जिसका मोबाइल नंबर तेल कंपनी के पास पंजीकृत है।