Uttar Pradesh
यूपी उपचुनाव में क्यों प्रत्याशी नहीं उतारेगी कांग्रेस? जानें अखिलेश और राहुल में क्या हुई बात
यूपी में उपचुनाव में सपा अब अकेले सभी 9 सीटें अपने सिंबल पर लड़ेगी और कांग्रेस उसका साथ देगी। कांग्रेस ने सपा की ओर से दो सीटों के ऑफर स्वीकार करने के बजाय किसी भी सीट पर न लड़ने की बात कही। आईए जानतें राहुल और अखिलेश में किस बात पर सहमति बनी ।
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में सपा अब अकेले सभी 9 सीटें अपने सिंबल पर लड़ेगी और कांग्रेस उसका साथ देगी। कई दिनों से सीट बंटवारे पर खींचतान के बीच अब अंतत सपा व कांग्रेस के बीच यह सहमति बन गई। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अखिलेश यादव से फोन पर बात की। सूत्र बताते हैं कि इस दौरान राहुल गांधी और अखिलेश में चुनाव की रणनीति और सीटों को लेकर बातचीत हुई। सपा की ओर से दो सीटों के ऑफर स्वीकार करने के बजाय किसी भी सीट पर न लड़ने की बात कही।
सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस हारी हुई सीट पर दांव लगाना नहीं चाहती है। कांग्रेस ऐसा मान रही थी कि सपा की ओर से मिली गाजियाबाद और खैर की सीट जीतना आसान नहीं होगा क्योंकि बीजेपी का पिछले कई बार से इन दोनों सीट पर कब्जा रहा है। कांग्रेस ने पहले भी यह बात कही थी कि अगर फूलपुर और मीरापुर जैसी सीट नहीं मिलती है तो वह उपचुनाव नहीं लड़ेगी।
वहीं राजनीति के जानकार यह भी कह रहे हैं कि कांग्रेस को चिंता महाराष्ट्र की है। कांग्रेस ने हरियाणा से सबक लेते हुए रणनीति के तहत फैसला लिया है। कांग्रेस चाहती है कि सपा वहां साथ दे। उधर, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के देर रात एक्स पर पोस्ट से पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने संकेतों में ही ये कह दिया कि भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस कोई भी क़ुर्बानी देने को तैयार है। कांग्रेस सपा के सिंबल पर अपना उमीदवार उतारेगी या नहीं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि भाजपा के जंगल राज को खत्म करना जरूरी है। भाजपा को हटाने के लिए हर स्तर पर कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं। सपा और कांग्रेस मिलकर भाजपा का सफाया करेगी। जहां तक चुनाव लड़ने का सवाल है इस मुद्दे पर गुरुवार को शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक होगी।
अब सपा महाराष्ट्र में सीटों को लेकर नर्म रुख अपनाएगी
हरियाणा चुनाव में जिस तरह सपा, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के दखल के बाद पीछे हट गई थी, उसी तरह का घटनाक्रम अब होते दिखा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी व सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच भी फोन पर बातचीत के बाद इस तरह के फार्मूले पर सहमति बन गई। अब सपा महाराष्ट्र में सीटों को लेकर नर्म रुख अपनाएगी।
अखिलेश यादव के ट्वीट के मायने
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार रात ‘एक्स’ पर लिखा, इंडिया गठबंधन इस उपचुनाव में, जीत का एक नया अध्याय लिखने जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं के साथ आने से समाजवादी पार्टी की शक्ति कई गुना बढ़ गई है। इस अभूतपूर्व सहयोग और समर्थन से सभी 9 विधानसभा सीटों पर ‘इंडिया गठबंधन’ का एक-एक कार्यकर्ता जीत का संकल्प लेकर नई ऊर्जा से भर गया है। इस ट्वीट के बाद सियासी गलियारों में अखिलेश की बात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। अखिलेश ने कांग्रेस के बारे में ऐसा पहली बार बोले हैं। कहा जा रहा है की सपा कांग्रेस को खुश करना चाह रही है।