Uttarakhand
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Abdul Malik: हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को पकड़ने के लिए पुलिस को 5,625 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा। एक या दो नहीं, कुल आठ राज्यों में दबिश दीं गईं। लेकिन शनिवार को हल्द्वानी से महज तीन सौ किलोमीटर दूर उसे दिल्ली से दबोच लिया गया। वह 16 दिनों तक चार राज्यों की पुलिस के साथ लुका छुपी खेलता रहा। उसे आज कोर्ट में पेश किया गया और 10 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ऐसे में पुलिस अब यह जांच करने जा रही है कि क्या अब्दुल मलिक ही इस हिंसा का मास्टरमाइंड है या उसके ऊपर भी किसी का हाथ है। आखिर 16 दिन में ऐसा क्या हुआ जो इस तथ्य की जांच में पुलिस को जुटना पड़ा, आइए समझते हैं…
अब्दुल मलिक के सिर पर किसका हाथ
पुलिस इस तथ्य को लेकर जांच शुरू करने जा रही है कि क्या अब्दुल मलिक ही हिंसा का मुख्यारोपी है या उसके ऊपर किसी और का भी हाथ है। कहीं ऐसा तो नहीं कि पर्दे के पीछे रहकर कोई अन्य व्यक्ति पूरी हिंसा के मामले से जुड़ा हुआ हो। फिलहाल पुलिस के सामने अभी कई पहलू और कई सवाल बाकी हैं।
16 दिन में ऐसा क्या हुआ?
इस हिंसा का मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक को बताया जा रहा है। लेकिन 16 दिन तक वह जिस चालाकी से पुलिस को चकमा देता रहा उससे कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, इन 16 दिनों में अब्दुल आठ राज्यों में जा-जाकर छुपा। लेकिन उसने कहीं भी होटल नहीं बुक किया। हैरानी की बात तो यह है कि इतने दिनों तक वह अपने खाते से कोई लेनदेन भी नहीं किया। यह भी बताया जा रहा है कि एक राज्य से दूसरे राज्य तक भागने के लिए वह अपने खास लोगों की गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहा था। अब्दुल को लेकर पुलिस को कोई सुराग ही नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में अब पुलिस इस जांच में जुट गई है कि क्या अब्दुल के ऊपर किसी का हाथ है जो उसे इतने दिनों तक बचाए रखा।
आखिर पकड़ा कैसे गया?
अब्दुल को गिरफ्तारी से बचाने के लिए वकीलों ने अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। हालांकि वकीलों से एक चूक हो गई। याचिका में उन्होंने दिल्ली का एक पता दिया था। जब पुलिस को यह इनपुट मिला तब तुरंत उस लोकेशन पर पुलिस की टीम भेजी गई। मलिक वहीं छुपा हुआ था। यह याचिका शनिवार को ही दायर की गई थी, उसी दिन पुलिस ने अब्दुल को गिरफ्तार भी कर लिया। गिरफ्तारी के बाद रविवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 10 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।