Uttarakhand

WhatsApp पर आया था एक मैसेज और लुट गए लाखों, STF ने खोला पार्सल फ्रॉड का राज !

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देहरादून: उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की साइबर क्राइम टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए करोड़ों रुपये के अंतरराष्ट्रीय पार्सल फ्रॉड का पर्दाफाश किया है। इस मामले में मुख्य आरोपी नाइजीरियाई नागरिक को राजधानी दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।

सरकारी अधिकारी बनकर करता था ठगी

गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान कोलिनस उगोचुक्वु न्वाएमुका के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कोलिनस खुद को सरकारी अधिकारी बताकर लोगों को झांसे में लेता था और विदेश से पार्सल भेजे जाने के नाम पर ठगी करता था।

एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह बेहद प्लानिंग के साथ काम करता था और लोगों को “विदेशी गिफ्ट”, “कीमती सामान” और “विदेशी करेंसी” मिलने का लालच देकर करोड़ों की ठगी कर चुका है।

छापेमारी में मिला चौंकाने वाला सामान

एसटीएफ टीम ने आरोपी के पास से भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक और दस्तावेजी साक्ष्य बरामद किए हैं:

15 मोबाइल फोन

10 सिम कार्ड

कई पासपोर्ट

5 बैंक अकाउंट फ्रिज किए गए, जो आरोपी की पत्नी के नाम पर हैं।

इन खातों में करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है। आरोपी की पत्नी की भूमिका की भी जांच की जा रही है, संभावना है कि वह भी इस फर्जीवाड़े में सक्रिय रूप से शामिल रही हो।

सोशल मीडिया के जरिए बनाता था शिकार

जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए लोगों को टारगेट करता था। खुद को कभी कस्टम अधिकारी, कभी यूएन अफसर बताकर, वह भारतीय नागरिकों से पार्सल छुड़ाने के नाम पर प्रोसेसिंग फीस, टैक्स और क्लियरेंस चार्ज वसूलता था।

एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई

एसटीएफ प्रमुख ने जानकारी दी कि यह ऑपरेशन लंबे समय से चल रही तकनीकी निगरानी और इनपुट एकत्रित करने के बाद अंजाम दिया गया। आरोपी से पूछताछ जारी है और जल्द ही इस गिरोह से जुड़े अन्य विदेशी और भारतीय सहयोगियों की गिरफ्तारी हो सकती है।

पुलिस की अपील

एसटीएफ ने जनता से अपील की है:

विदेशी पार्सल और सोशल मीडिया पर मिले अनजान व्यक्तियों के झांसे में न आएं।

किसी भी तरह की संदेहास्पद कॉल या मैसेज की तुरंत रिपोर्ट नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर सेल को करें।

 

 

 

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