Uttarakhand
Uttarakhand Rail Connectivity- उत्तराखंड वासियों को राहत,अब शुरू होगी 170 किलोमीटर लंबी रेल लाइन !

Uttarakhand Rail Connectivity: अब पहाड़ों तक पहुंचेगी रफ्तार 170 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन जिससे पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा।
देहरादून: उत्तराखंडवासियों के लिए एक और बड़ी सौगात की तैयारी हो चुकी है। केंद्र सरकार ने प्रदेश में 170 किलोमीटर लंबी नई टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन पर काम शुरू करने की पूरी योजना तैयार कर ली है। इस संबंध में राज्य सरकार को औपचारिक सहमति देने के लिए पत्र भेजा गया है। गुरुवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, राज्य सरकार भी जल्द ही केंद्र को सहमति पत्र भेजेगी। इसके बाद इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम शुरू होने की संभावना और भी मजबूत हो गई है।
टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना को कुमाऊं क्षेत्र में रेल नेटवर्क विस्तार की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। करीब 170 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन का अंतिम सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। अब अगला कदम राज्य सरकार से चर्चा और अनुमति लेना है। एक बार अनुमति मिलते ही निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जा सकता है।
गढ़वाल-कुमाऊं के बीच रेल संपर्क का नया अध्याय
टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन के बन जाने से राज्य के कर्णप्रयाग और बागेश्वर जैसे पर्वतीय शहर रेल मार्ग से जुड़ जाएंगे। इससे गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्रों के बीच सीधा रेल संपर्क स्थापित होगा, जो पर्यटन और स्थानीय विकास दोनों को नई रफ्तार देगा। वहीं, राज्य की एक अन्य अहम परियोजना ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के भी 2026 तक पूरी होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री धामी ने दिए तेज़ी से कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस संबंध में मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि सभी औपचारिकताएं जल्द से जल्द पूरी की जाएं, ताकि काम की शुरुआत बिना देरी हो सके। उन्होंने कहा, ‘बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन पर काम शुरू करने के लिए तमाम प्रक्रियाएं तेज़ी से पूरी की जा रही हैं।’
धामी ने आगे बताया कि ऋषिकेश-उत्तरकाशी और देहरादून-सहारनपुर रेल लाइनों की अंतिम DPR (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) भी तैयार की जा रही है। साथ ही केंद्र सरकार राज्य में रेल नेटवर्क को और मजबूत करने में पूरा सहयोग दे रही है।
टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन न सिर्फ सफर को आसान बनाएगी, बल्कि कुमाऊं की अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी। अब प्रदेशवासियों को इस परियोजना पर काम शुरू होने का बेसब्री से इंतज़ार है!