Uttar Pradesh
पूर्व सैनिक ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, गर्दन के नीचे रखकर चलाई राइफल

प्रयागराज के पुरामुफ्ती इलाके में शुक्रवार सुबह एक पूर्व सैनिक ने लाइसेंसी रायफल से खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। घरवालों के सामने हुई घटना के बाद खलबली मच गई। पूछताछ में परिजनों ने बताया कि वह कई दिनों से अवसाद ग्रस्त थे। कई दिनों से सो नहीं पा रहे थे।
प्रयागराज के पुरामुफ्ती इलाके में शुक्रवार सुबह एक पूर्व सैनिक ने लाइसेंसी रायफल से खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। घरवालों के सामने हुई घटना के बाद खलबली मच गई। पूछताछ में परिजनों ने बताया कि वह कई दिनों से अवसाद ग्रस्त थे। कई दिनों से सो नहीं पा रहे थे। पूरामुफ्ती पुलिस रायफल को कब्जे में लेकर जांच कर रही है। पूरामुफ्ती में बकराबाद, बमरौली निवासी 38 वर्षीय संदीप पांडेय सेना में थे। करीब तीन वर्ष पहले किन्हीं कारणों से उन्होंने वीआरएस ले लिया था। उन्हें पेंशन मिलती थी।
शुक्रवार सुबह लगभग नौ बजे घरवाले अपने काम में व्यस्त थे। इसी दौरान संदीप ने अचानक अपनी रायफल ले आए। रायफल की नाल गर्दन के नीचे लगाकर फायर कर लिया। गोली गर्दन को चीरते हुए छत में धंसी। फायरिंग की आवाज से घर में खलबली मच गई। परिजन भागकर पहुंचे तो संदीप खून से लथपथ पड़े थे। घर में कोहराम मच गया। परिजन उन्हें लेकर अस्पताल भागे लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पूरामुफ्ती थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बताया कि करीब तीन वर्ष पहले वह सेना की नौकरी छोड़कर घर आ गए थे। करीब डेढ़ वर्ष पहले छोटे भाई की मौत डेंगू से हो गई थी। इसके बाद से संदीप सदमे में चले गए थे। भाई की मौत के बाद से वह परेशान रहने लगे थे। वह पिछले तीन-चार दिन से सो भी नहीं रहे थे। किसी से कुछ बोल भी नहीं रहे थे। आशंका है कि डिप्रेशन के चलते उन्होंने ऐसा कदम उठाया है। संदीप के तीन साल का बेटा है।
रेलवे लाइन पर मिली युवक की लाश, शिनाख्त नहीं
नैनी कोतवाली क्षेत्र के बैद्यनाथ कंपनी के पीछे रेलवे लाइन पर गुरुवार देर रात एक युवक की ट्रेन से कटी लाश पाई गई। ट्रेन के गार्ड ने सूचना स्टेशन मास्टर को दी। जीआरपी व आरपीएफ पहुंची। मामला सिविल में होने के कारण नैनी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। इंस्पेक्टर नैनी वैभव सिंह ने बताया कि शव देखने से प्रतीत हो रहा था कि सुसाइड का मामला है। मृतक के जेब से नशा करने के लिए रखी गई सीरिंज मिली है। शिनाख्त नहीं हो सकी है।