Uttar Pradesh
जबरन मांस खिलाया, खून पिलाया और तिलक-कलावा मिटाया l
धर्मांतरण गैंग में महिलाएं भी सक्रिय भूमिका निभा रही थीं। हर सभा में हिंदू प्रतीकों का अपमान करने के लिए कलावा काटने और तिलक मिटाने की बातें की जाती थीं। धर्म बदलने वालों को घर में मूर्ति रखने तक से रोक दिया जाता था।
आरोपियों का तरीका भी चौंकाने वाला था। सभाओं में हिंदू प्रतीकों का अपमान किया जाता था। कलावा कटवाया जाता था, तिलक मिटवाया जाता था और घर से देवी-देवताओं की मूर्तियां हटाने को कहा जाता था। मुख्य आरोपी राजकुमार खुद भी चार साल पहले हिंदू से ईसाई बना था और तभी से दूसरों का धर्म परिवर्तन कराने लगा।
शिकायतकर्ता घनश्याम हेमलानी ने पुलिस को बताया कि राजकुमार ने उसे कई बार अपने घर बुलाकर कलावा कटवाया और तिलक हटवाया। इसके बाद शक होने पर उसने रिपोर्ट दर्ज कराई। इसी आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की।
ऑनलाइन नेटवर्क का इस्तेमाल
राजकुमार केवल सभाओं तक ही सीमित नहीं था। गूगल मीट और यूट्यूब चैनल के जरिए भी प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती थीं। ‘चर्च ऑफ गॉड’ नाम से ग्रुप और चैनल बनाकर प्रचार किया जाता था। इसमें स्पेन और दुबई तक से लोग जुड़ते थे। पुलिस को आरोपी के पास से डायरी और रजिस्टर भी मिले हैं, जिनमें कई लोगों की जानकारी दर्ज है।
झाड़-फूंक और झांसा
आरोप है कि आरोपी बीमारी और परेशानियों से छुटकारे के नाम पर लोगों को झाड़-फूंक दिखाकर विश्वास में लेते थे। बच्चों की पढ़ाई और नौकरी दिलाने का लालच भी देते थे। कई बार 5 से 10 हजार रुपये तक वसूले जाते थे।
बरामदगी
पुलिस ने छापेमारी में 15 बाइबिल, तीन ईसाई गीतों की किताबें, चार डायरी, आठ कॉपी व रजिस्टर, छह मोबाइल फोन, दो लग्जरी कारें और 13,165 रुपये बरामद किए हैं।
गिरफ्तार आरोपी
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राजकुमार लालवानी, निवासी केदार नगर, शाहगंज
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अनूप कुमार, निवासी पंचशील कॉलोनी, दौरेठा, शाहगंज
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कमल कुंडलानी, निवासी राहुल ग्रीन, दयालबाग, न्यू आगरा
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जयकुमार, निवासी राधे हाइट्स, सिकंदरा
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अरुण, निवासी बारह खंबा, थाना शाहगंज
साथ ही तीन महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।