Rajasthan
बैग में हुक्का मिलने पर स्कूल ने लगा दिया था बैन, कोटा में तीसरी मंजिल से कूदकर छात्र ने दी जान
राजस्थान के कोटा जिले में एक छात्र ने तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि छात्र को स्कूल से टर्मिनेट कर दिया गया था, जिससे सदमे में आकर छात्र ने यह कदम उठा लिया। मृतक छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा भी किया।
राजस्थान के कोटा जिले में एक छात्र ने तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि छात्र को स्कूल से टर्मिनेट कर दिया गया था, जिससे सदमे में आकर छात्र ने यह कदम उठा लिया। मृतक छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा भी किया। परिजनों ने छात्र के शव के अंतिम संस्कार करने से भी मना कर दिया है। पुलिस के अधिकारी छात्र के परिजनों को समझाने की कोशिश में जुटे हैं।
छात्र के बैग से हुक्का मिला था
आरके पुरम थानाधिकारी अजीत बगडोलिया ने बताया कि मृतक छात्र भावेश, काला भैरव बादल सामुदायिक भवन के पास रहता था। करीब डेढ़ माह पहले भावेश के बैग से हुक्का और अन्य धूम्रपान सामग्री मिली थी। जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने छात्र को कुछ दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया था। हालांकि 10 अक्टूबर को छात्र को परिक्षा देने की परमिशन मिल गई थी। साथ ही उससे 14 अक्टूबर को माफीनामा भी लिखवाया गया था।
स्कूल प्रशासन पर परिजनों ने लगाए आरोप
मृतक छात्र के दादा ने बताया कि उनका पोता भावेश स्पोर्ट्स में भी अच्छा था। स्कूल प्रशासन ने उसके खेलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया। काफी मिन्नतें करने के बाद उसको परीक्षा देने की परमिशन दे दी गई, लेकिन उसके बाद फिर उसे स्कूल में एंट्री नहीं दी गई। छात्र के पिता रविन्द्र वर्मा का कहना है कि बुधवार को भावेश के दादा-दादी स्कूल गए थे। दादी ने स्कूल प्रिंसिपल के आगे हाथे जोडे़ और माफी मांगी। लेकिन स्कूल प्रशासन ने एंट्री देने से मना कर दिया। वहीं इस मामले में स्कूल प्रशासन ने चुप्पी साध ली है। पुलिस का कहना है कि मृतक छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दी है, जिसकी जांच की जा रही है।