Chhattisgarh
Wife question on encounter husband said Husband was not a Naxalite but a farmer – एनकाउंटर पर पत्नी का सवाल, बोली
ऐप पर पढ़ें
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में माओवादी के एनकाउंटर को लेकर एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है। दंतेवाड़ा में कथित नक्सली की पत्नी ने जवानों पर लूटपाट और किसान पति को नक्सली बताकर हत्या करने का आरोप लगाया है। छत्तीसगढ़ में यह कोई पहली बार नहीं है कि नक्सलियों के एनकाउंटर पर सवाल खड़ा किया जा रहा हो। इससे पहले भी इस तरह के एनकाउंटर पर कभी परिजन तो कभी भी नेताओं ने सवाल खड़े किए। बीते दिनों कांकेर जिले में फर्जी एनकाउंटर को लेकर सवाल खड़ा किया गया था, तो वही इस बार दंतेवाड़ा जिले में कथित नक्सली की पत्नी ने जवानों पर फर्जी एनकाउंटर करने का आरोप लगाया है।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सली मुठभेड़ की घटना को 24 घंटे का वक्त भी पूरा नहीं हुआ था कि इस मुठभेड़ में मारे गए कथित नक्सली की पत्नी ने फर्जी मुठभेड़ बताते हुए इसे नक्सली नहीं बल्कि किसान की हत्या बताया है। यह मामला किरंदुल थाना क्षेत्र के गमपुर का है। जहां ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों पर गंभीर आरोप लगाते हुए जवानों की इस मुठभेड़ को फर्जी मुठभेड़ बताकर किसान की हत्या का आरोप लगाया जा रहा है।
बीते दिनों दंतेवाड़ा में जवानों के द्वारा मुठभेड़ में एक पुरुष और एक महिला नक्सली का एनकाउंटर किया था। जिसमें एक महिला नक्सली को मार गिराया गया था उसके ऊपर 5 लाख के इनाम का का दावा किया था। वही दूसरा पुरुष नक्सली बताया जा रहा था जिसके ऊपर 1 लाख का इनाम घोषित होना बताया जा रहा था। जिसको लेकर पुलिस ने यह दावा किया था कि यह दोनों नक्सली कई बड़ी घटनाओं में भी शामिल थे। बाद में पुलिस ने सर्चिंग अभियान चलाते हुए दोनों ही नक्सलियों के शव को जंगल से बरामद करने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था। वही जब नक्सली मुठभेड़ की जानकारी लगी तो पुरुष नक्सली की पत्नी और गांव के लोग जिला अस्पताल पहुंचे और वहां जमकर बवाल मचाना शुरू कर दिया। वहीं परिजनों ने शव को लेने से भी मना कर दिया था।
पुलिस एनकाउंटर में मारा गया पुरुष नक्सली को लेकर क्षेत्रीय ग्रामीण लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। उनका आरोप है कि वह किसान है और उसका नाम लचछु है। वह जंगल में महुआ बिनने के लिए गया हुआ था। इस दौरान फोर्स ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी है। इसके अलावा ग्रामीण लोगों ने जवानों पर गांव में उत्पाद मचाने और घरों में घुसकर लूटपाट करने का आरोप भी लगाया है। इसके अलावा जवानों पर 45000 रुपए लूटने के आरोप भी लगे हैं। ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों से यह कहा है कि उनके पैसे भी वापस किए जाने चाहिए।
वहीं पूरे मामले को लेकर बस्तर इलाके में लंबे समय से सक्रिय समाजसेवी सोनी सोढ़ी ने कहा कि मृतक का भाई सोमडू डीआरजी का जवान है। इसके अलावा उसका चचेरा भाई भी फोर्स में है। समाजसेवी सोनी सोढ़ी ने आरोप लगाया जाकर मृतक के भाई जवानों से पूछना चाहिए कि क्या उनका भाई नक्सली था। इसके साथ ही यह भी आरोप लगाया कि आखिरकार कब तक बस्तर में भाई को भाई से मरवाने का सिलसिला चलता रहेगा।