Chhattisgarh
Why only BJP leaders get special security in Chhattisgarh Congress said Our leaders are also the target of Naxalites – छत्तीसगढ़ में सिर्फ भाजपा नेताओं को स्पेशल सुरक्षा क्यों, कांग्रेस बोली
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छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नक्सल प्रभावित इलाका बस्तर संभाग के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को प्रदेश सरकार ने विशेष सुरक्षा प्रदान की है। भाजपा नेताओं को प्रदेश सरकार के द्वारा दी गई सुरक्षा को लेकर अब कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने इस पर सवाल खड़ा किया है। प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से सवाल करते हुए यह कहा है कि क्या छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के नेता सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे कांग्रेस पार्टी के नेता भी नक्सलियों के टारगेट में है, ऐसे में उन्हें अब तक क्यों सुरक्षा नहीं दी गई है।
कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर दोहरी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी के नेताओं की सुरक्षा में लगे जवानों को वापस लेने का आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में क्या कांग्रेस पार्टी के नेता नक्सलियों के टारगेट में नहीं है। झीरमघाटी हत्याकांड का उदाहरण देते हुए दीपक बैज ने कहा कि यह पूरा देश जानता है कि कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेताओं समेत 32 लोगों की हत्या की गई थी। उसके बाद भी अब तक भारतीय जनता पार्टी सबक नहीं सीख पाई है। सिर्फ भाजपा नेताओं को सुरक्षा देना और कांग्रेस नेताओं की सुरक्षा को छीनना प्रदेश सरकार की मानसिकता को साफ दिखता है। दीपक बैज ने कहा कि अगर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के नेताओं को कुछ भी हुआ तो उसकी जिम्मेदार सिर्फ भारतीय जनता पार्टी और उनकी सरकार होगी।
पूर्व विधायकों और कांग्रेसियों की सुरक्षा हटाई
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के पूर्व विधायक और बड़े नेताओं की सुरक्षा को वापस ले लिया गया है। आगे लोकसभा के चुनाव है। हम कांग्रेस पार्टी के सभी नेताओं की लिस्ट बनाकर सुरक्षा के लिए सरकार को पत्र लिखेंगे। जिससे कि बस्तर जैसे इलाकों में सुरक्षा को लेकर नेताओं के साथ भेदभाव जैसी स्थिति ना बने। इसके अलावा दीपक बैज ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद अंदरूनी इलाकों में नक्सली गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं। कहीं ना कहीं यह सरकार की नाकामयाबी को साबित करता है।