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SEBI approves launch of beta version of T 0 settlement from March 28 what new for fpi ipo – Business News India – बदलेगा शेयर खरीदने-बेचने का तरीका,T+0 सेटलमेंट के बीटा वर्जन को मिली मंजूरी, Business News

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SEBI approves launch of beta version of T 0 settlement from March 28 what new for fpi ipo – Business News India – बदलेगा शेयर खरीदने-बेचने का तरीका,T+0 सेटलमेंट के बीटा वर्जन को मिली मंजूरी, Business News


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भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने  T+0 सेटलमेंट के बीटा वर्जन को लॉन्च करने की मंजूरी दे दी है। सेबी ने कहा कि हितधारकों की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने 25 शेयरों और ब्रोकरेज के लिमिटेड सेट के साथ T+0 सेटलमेंट के बीटा वर्जन को लॉन्च करने की मंजूरी दे दी है। सेबी इस कार्यान्वयन की तारीख से तीन महीने और छह महीने के अंत में प्रगति की समीक्षा करेगा। इसके बाद आगे के कदम पर निर्णय लिया जाएगा। 

बता दें कि सिक्योरिटीज अब तक T+1 सेटलमेंट साइकल पर काम कर रहे थे। 2021 में T+1 पेश किया गया और चरणों में लागू किया गया, अंतिम चरण जनवरी 2023 में पूरा हुआ। T+0 निपटान चक्र अब T+1 चक्र के साथ एक विकल्प के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा। इस कदम से बाजार में लिक्विडिटी बढ़ सकती है और जोखिम कम हो सकता है।

कैसे होगा काम

T+0 सेटलमेंट के तहत खरीदार को उसी दिन शेयर अलॉटमेंट और बेचने वालों को उसी दिन फंड मिल जाएगा जिस दिन खरीदारी की गई होगी। मान लीजिए कि आपने सोमवार के दिन शेयर बेच रहे हैं तो  T+0 के अनुसार सेटलमेंट पर उसी दिन यानी सोमवार को ही शेयरों के पैसे आपके अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएंगे। वहीं आपने शेयर खरीदे हैं तो ये शेयर भी सोमवार को ही आपके डीमैट अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगे। यही नियम T+1, T+2 और T+3 सेटलमेंट में भी लागू होता है।

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों को राहत

सेबी ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और प्रारंभिक शेयर बिक्री यानी आईपीओ के माध्यम से पैसे जुटाने की चाहत रखने वाली इकाइयों को छूट देना शामिल है। सेबी ने कहा कि इक्विटी शेयर के सार्वजनिक/राइट्स इश्यू में एक प्रतिशत सिक्योरिटी डिपॉजिट की जरूरत को खत्म करने और अप्रत्याशित घटना के कारण ऑफर समापन तिथि के विस्तार को लचीलापन बनाने का निर्णय लिया गया है। ये उपाय आईपीओ और धन जुटाने के लिए आने वाली कंपनियों के वास्ते व्यापार करना सुगम बनाने के प्रयासों का हिस्सा हैं।



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