Uttar Pradesh

schools and hospitals were running on domestic electricity notice to two sdo two linemen suspended

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Action against electricity corporation officials: गोरखपुर के चौरीचौरा में घरेलू कनेक्शन पर स्कूल और अस्पताल संचालन मामले में अधिशासी अभियंता मनीष झा के निलंबन के बाद शनिवार को बिजली निगम के अधिकारियों ने अन्य दोषियों पर कार्रवाई की है। अधिशासी अभियंता कायम सिंह निगम ने विद्युत वितरण खण्ड प्रथम की कमान संभालते ही आरोपी टीजी टू लाइनमैन, रामदुलारे यादव और महंत को निलंबित कर दिया। वहीं, चीफ इंजीनियर आशु कालिया ने एसडीओ योगेश सिंह यादव और अच्छे लाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

इसके अलावा एसई ग्रामीण खंड प्रथम विनोद नोटियाल ने अवर अभियंता योगेश कुमार और अजय सिंह को आरोप पत्र दिया है। इतना ही नहीं, बिजली निगम ने कार्यदाई संस्था क्वेरा क्रॉप को पत्र लिख कर दो मीटर रीडर्स को हटाने के निर्देश दिए हैं।

यह था मामला 

निगम के एमडी के निर्देश पर 26 फरवरी को वाराणसी के अभियंताओं और आजमगढ़ की विजिलेंस टीम ने चौरी चौरा खंड क्षेत्र में छापेमारी की था। यहां प्रीती हास्पिटल और हैप्पी माडर्न स्कूल में घरेलू कनेक्शन पर बिजली का उपभोग मिला था। टीम ने इसकी रिपोर्ट प्रबंध निदेशक और चेयरमैन को भेजी थी। बुधवार शाम प्रबंध निदेशक ने चौरी चौरा खंड के अधिशासी अभियंता मनीष झा को निलंबित कर दिया। साथ ही जेई और एसडीओ पर कार्रवाई के लिए मुख्य अभियंता को निर्देशित किया था। इसके बाद से ही विभाग अपने अधिकारियों को बचाने में जुटा था। लेकिन एमडी ने मामले में फिर से अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए, तब जाकर शनिवार को कार्रवाई हुई है।

तहसीलकर्मी को घूस लेते एंटी करप्शन टीम ने दबोचा

गोरखपुर की सहजनवा तहसील में प्रधान सहायक के रूप तैनात कर्मचारी को शनिवार को रेलवे स्टेशन स्थित एक चाय की दुकान से एंटी करप्शन की टीम ने पांच हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ दबोच लिया। टीम पहले उसे गीडा थाने, बाद में अपने साथ लेकर चली गयी। खोराबार क्षेत्र के साहूखोर उर्फ मिर्जापुर बाजार निवासी धनश्याम कुमार शर्मा सहजनवा तहसील में सामयिक संग्रह अमीन हैं। इस समय सीजनल अमीनों की पदोन्नति की सूची तैयार की जा रही है।

आरोप है कि सहजनवा तहसील में प्रधान सहायक के रूप तैनात लखनऊ के इंदिरा नगर के बजरंग चौराहा निवासी देवेंद्र पाल सिंह ने नाम दर्ज करने के लिए पांच हजार घूस की मांग की थी। प्रधान सहायक के उत्पीड़न से तंग आकर धनश्याम ने एंटी करप्शन के अफसरों से शिकायत की। देवेंद्र ने शनिवार को घूस की रकम लेने के लिए सहजनवा रेलवे स्टेशन के सामने बुलाया था। दोपहर करीब एक बजे के आसपास पीड़ित ने आरोपित को जैसे ही पांच हजार रुपये दिए, टीम के सदस्यों ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।



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