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priyankan gandhi vadra remember lord ram mesage for pm narendra modi

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दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की महारैली आयोजित की गई। इस रैली में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, टीएमसी और जेएमएम समेत कई पार्टियों के नेताओं ने शिरकत की। इस दौरान  कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रामायण का जिक्र किया और भगवान राम का एक संदेश याद दिलाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्ता में बैठे अन्य लोगों को भगवान राम का यह संदेश याद रखना चाहिए कि सत्ता सदा नहीं रहती और अहंकार चूर-चूर हो जाता है। 

उन्होंने रामलीला मैदान में आयोजित विपक्ष की ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ के दौरान भगवान राम और रामायण का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री और भाजपा पर निशाना साधा। प्रियंका गांधी ने इस बात का जिक्र किया कि वह बचपन में अपनी दादी इंदिरा गांधी के साथ रामलीला मैदान में कई रामलीलाओं की साक्षी बनीं और इंदिरा गांधी ने उन्हें भगवान राम के जीवन और उनके संदेश के बारे में बताया। 

उन्होंने दावा किया, ”आज जो लोग सत्ता में हैं, वो अपने आपको रामभक्त कहते हैं। मुझे लगता है कि वो कर्मकांड में उलझ गए हैं और दिखावे में लिप्त हो गए हैं। इसलिए उन्हें यह याद दिलाना जरूरी है कि हजारों साल पुरानी गाथा क्या थी।” प्रियंका गांधी के अनुसार, ”भगवान राम जब सत्य के लिए लड़े, तो उनके पास सत्ता और संसाधन नहीं थे। रथ, सत्ता, और संसाधन रावण के पास थे। वह सोने की लंका में रहता था। भगवान राम के पास सत्य था।” उन्होंने कहा, ”मैं सत्ता में बैठे सरकार के सदस्यों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को याद दिलाना चाहती हूं कि इस गाथा और भगवान राम का यही संदेश था कि सत्ता सदा नहीं रहती, अहंकार चूर-चूर हो जाता है।”

प्रियंका ने बताई ईंडिया गठबंधन की पांच मांगे

इस दौरान प्रियंका गांधी ने विपक्ष की ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ में मंच से ‘इंडिया’ गठबंधन की तरफ से पांच सूत्री मांगें रखीं। उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग को लोकसभा चुनावों में समान अवसर सुनिश्चित करना चाहिए। निर्वाचन आयोग को चुनाव में हेराफेरी करने के उद्देश्य से विपक्षी दलों के खिलाफ जांच एजेंसियों द्वारा की जानी वाली कार्रवाई रोकनी चाहिए। हेमंत सोरेन जी और अरविन्द केजरीवाल जी की तुरंत रिहाई की जाए। चुनाव के दौरान विपक्षी राजनीतिक दलों का आर्थिक रूप से गला घोंटने की जबरन कार्रवाई तुरंत बंद होनी चाहिए।’’

‘इंडिया’ गठबंधन ने यह भी मांग की, ‘‘चुनावी चंदे का उपयोग कर भाजपा द्वारा बदले की भावना, जबरन वसूली और ‘मनी लॉन्ड्रिंग’ (धन शोधन) के आरोपों की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय की निगरानी में एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन होना चाहिए।’’

विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के प्रमुख नेताओं ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पक्ष में आवाज बुलंद की और देश में लोकतंत्र एवं संविधान को बचाने और लोकसभा चुनाव में निष्पक्षता सुनिश्चित किए जाने पर जोर दिया।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी द्वारा दिए गए ‘400 पार’ के नारे को लेकर भी सवाल खड़े किए और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ की कोशिश कर रहे हैं।

कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा केजरीवाल और सोरेन के समर्थन और जांच एजेंसियों के ‘दुरुपयोग के खिलाफ रामलीला मैदान में आयोजित ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ के मंच पर पहुंचे।



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