Madhya Pradesh
mp news fatwa against sabnam sheikh who was walking from maharashtra to ayodhya – महाराष्ट्र से अयोध्या पैदल जा रही शबनम शेख के खिलाफ फतवा, बोली

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महाराष्ट्र से अयोध्या पैदल यात्रा कर जा रही 21 साल की शबनम शेख के खिलाफ मौलवियों ने फतवा जारी कर दिया है। इस पर सबनम ने कहा है कि वह भारत की बेटी है। यह देश संविधान से चलता है ना कि सरिया कानून से… मेरी आस्था भगवान राम भगवान शिव के अलावा अन्य देवी देवताओं में भी है। मौलाना और मौलवी मुझे डराना चाहते हैं ताकि मेरी यात्रा भंग हो सके लेकिन मैं श्री राम की भक्त हूं और अंतिम क्षण तक रहूंगी। मेरे माता पिता मेरे पहनावे पर कोई कमेंट नहीं करते हैं तो मौलवी और मौलाना फतवा जारी करने वाले कौन होते हैं।
हिंदू देवी देवताओं को मानती आई हूं..
मुंबई के नालासोपारा की रहने वाली 21 साल की शबनम शेख ने 28 दिनों पहले अयोध्या धाम के लिए यात्रा शुरू की थी। शबनम शेख ने कहा- मैं और मेरा पूरा परिवार भगवान श्री राम का भक्त है। ऐसा नहीं है कि मैं यह सब केवल ट्रेंड में रहने के लिए कर रही हूं। मैं जहां पर रहती हूं वह हिंदू बाहुल्य इलाका है। मैं हमेशा से हिंदू देवी देवताओं को मानती आ रही हूं। मैंने अजान से पहले मंदिरों की घंटियां एवं पूजा सुनी है।
मौलाना सिर्फ सवाल उठा सकते हैं…
फतवा जारी करने के सवाल को लेकर शबनम शेख ने कहा कि मौलवी और मौलाना सिर्फ सवाल खड़ा कर सकते हैं। मौलाना कभी कपड़ों को लेकर तो कभी धर्म को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। भारत एक पंथनिरपेक्ष देश है। यह कोई इस्लामिक देश नहीं है। भारत में मौलवी-मौलानाओं के फतवे का कोई असर नहीं होने वाला है। मुझे भारतीय कानून एवं संविधान पर पूरा भरोसा है। मेरे धर्म के कुछ मौलाना एवं मौलवी मेरी इस यात्रा में बाधा डालना चाहते हैं। शबनम ने बताया कि उनके परिवार में माता पिता और भाई बहन हैं।
पुलिस सुरक्षा भी चल रही साथ…
शबनम को मध्य प्रदेश पुलिस की ओर से सुरक्षा दी जा रही है। शबनम के साथ कुछ पुलिसकर्मी चलते हैं। शबनम की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी अलग-अलग थानों के हिसाब से बदलते रहते हैं। शबनम शेख ने बताया कि पुलिस उनकी सुरक्षा का पूरा ख्याल रख रही है। पुलिस के जवान उनके साथ बेटी और बहन की तरह व्यवहार करते हैं। उन्हें बहुत अच्छा लगता है। शबनम के साथ दो अन्य लड़के भी हैं जो शबनम का सोशल अकाउंट देखते हैं।
हिंदू संगठन जगह-जगह कर रहे स्वागत
शबनम शेख के पहुंचने की सूचना जैसे ही संबंधित इलाके की जनता और हिंदू संगठनों को लगती है। लोग उनके स्वागत में पहुंच जाते हैं। जगह-जगह शबनम का फूल मालाओं से स्वागत किया जा रहा है। शबनम का कहना है कि लगता है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में 22 तारीख के बाद ही पहुंच पाऊंगी क्योंकि ठंड बहुत ज्यादा है और रुक-रुक कर पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। बताया जाता है कि शबनम की टीम के खाने-पीने की व्यवस्था भी पुलिस की ओर से ही की जा रही है।