Uttar Pradesh
lok sabha election 2024 congress is waiting for candidate in mahrajganj samajwadi party also has high hopes
ऐप पर पढ़ें
Lok Sabha Election 2024: इंडिया गठबंधन में गोरखपुर-बस्ती मण्डल में कांग्रेस को मिलीं तीन सीटों में बांसगांव से सदल प्रसाद और देवरिया से अखिलेश प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद अब बची एकमात्र सीट महराजगंज पर सभी निगाहें टिकीं हैं। कांग्रेस के खाते में सीट जाने से कांग्रेसियों में जहां उत्साह है, वहीं सपा को भी उम्मीद है कि गठबंधन का योग्य उम्मीदवार बड़ा उलटफेर करेगा। महराजगंज में आखिरी बार 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी हर्षवर्धन ने जीत दर्ज की थी। तब से कांग्रेस को इस सीट पर जीत का इंतजार है।
2014 व 2019 में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने इस सीट पर लगातार कमल खिलाया। 2019 में पंकज चौधरी 726349 वोट पाकर विजयी हुए तो सपा के अखिलेश सिंह 385925 वोट पाकर दूसरे और कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत 72516 वोट पा तीसरे स्थान पर रहीं। फिलहाल महराजगंज सीट पर पिछला चुनाव लड़ीं कांगेस की सोशल मीडिया प्रभारी, राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व सांसद हर्षवर्धन सिंह की बेटी सुप्रिया श्रीनेत, पूर्व सांसद जितेन्द्र सिंह, फरेंदा विधायक विरेंद्र चौधरी के नाम चर्चा में हैं।
लेकिन कांग्रेस में गोरखपुर-बस्ती मण्डल में अल्पसंख्यक दृष्टिकोण से मुस्लिम नाम पर भी गंभीरता से विचार चल रहा है। 1980 में इस सीट पर अशफाक हुसैन ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की थी। ऐसे में इस बार क्षेत्रीय अल्पसंख्यक नेता डॉ. सैय्यद जमाल का नाम भी चर्चा में है।
हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक अमन मणि त्रिपाठी एवं विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पाण्डेय के नाम के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि गणेश शंकर पाण्डेय ने अब तक कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण नहीं की है। फिलहाल प्रोफेसर शिब्बन लाल सक्सेना की कर्मभूमि रही महराजगंज की इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा पर सभी की निगाहें टिकीं हैं।