Rajasthan

Jat Reservation Row: After talks with CM Bhajanlal Sharma Jats of Bharatpur-Dholpur postponed the Mahapadav

Published

on


ऐप पर पढ़ें

Jat Reservation Row:  केंद्र में ओबीसी आरक्षण की मांग कर रहे राजस्थान के भरतपुर धौलपुर और डीग जिले के जाटों का महापड़ाव शनिवार शाम को स्थगित कर दिया गया। गौरतलब है कि जयचोली गांव में 17 जनवरी से तीनों जिलों के जाटों का महापड़ाव चल रहा था।  जाट आरक्षण संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर और एसपी के साथ बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिला. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने केंद्र में जल्द से जल्द तीनों जिलों के जाटों को ओबीसी आरक्षण में शामिल कराने का आश्वासन दिया। जिसके बाद सर्वसम्मति से शनिवार देर शाम को महापड़ाव स्थगित कर दिया गया।

नोटिफिकेशन जारी कराने की मांग रखी

संयोजक नेम सिंह फौजदार ने बताया कि शनिवार शाम को 39वें दिन संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल की जिला कलेक्टर कार्यालय में जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव व जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के साथ बैठक हुई। इसके बाद 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात हुई। प्रतिनिधिमंडल ने अब तक की कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया, साथ ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले नोटिफिकेशन जारी कराने की मांग रखी।

भजनलाल शर्मा ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि विधिक राय के लिए फाइल को ओबीसी आयोग के द्वारा भेजा है और विधिक राय आने के बाद आगे की कार्रवाई जल्द की जाएगी। आश्वासन के बाद देर शाम को आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्यों ने धरना स्थल पर पहुंच कर महापड़ाव समापन की घोषणा की। महापड़ाव समापन के बाद रविवार सुबह 11 बजे महापड़ाव स्थल जयचोली गांव में संघर्ष समिति की ओर से समाज के सहयोग के लिए धन्यवाद सभा आयोजित की जाएगी। नेम सिंह ने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव से पहले नोटिफिकेशन होता है तो जयचोली गांव में लाखों की संख्या में जाट समाज द्वारा सभा का आयोजन कर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया जाएगा। यदि चुनाव से पहले नोटिफिकेशन नहीं हुआ, तो जाट समाज गांव-गांव और गली-गली जाकर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ लोकसभा चुनाव में मोर्चा खोलेगा। 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version