Madhya Pradesh
Jabalpur name will be changed new identity Jabalipuram on rishi name CM Mohan Yadav

ऐप पर पढ़ें
मध्यप्रदेश में कई स्टेशन और शहर के नाम बदले गए हैं। इसी तर्ज पर जबलपुर मेयर काउंसिल की बैठक में जबलपुर स्टेशन का नाम बदलने की कवायद शुरू हो चुकी है। जबलपुर में कांग्रेस मेयर के भाजपा में शामिल होने के बाद एमआईसी की बैठक की गई। इस बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। बैठक में जबलपुर का नाम बदलकर ‘ऋषि जाबालि’ के नाम पर जाबालिपुरम रखने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव को इसका प्रस्ताव सौंपा जाएगा।
जबलपुर की नगरपालिका के मेयर, जगत बहादुर सिंह अन्नू के द्वारा की गई बैठक में मेयर इन काउंसिल की बैठक में निर्णय लिया गया। इसमें कहा गया कि नर्मदा के तट पर बसे जबलपुर शहर की जाबालि ऋषि की तपोभूमि को अब जबलपुर की जगह जाबालि पुरम के नाम से जाना जाएगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि जबलपुर का कोई अर्थ नहीं है, और यह भूमि मां नर्मदा के तट पर जाबालि ऋषि की तपोभूमि है। इसलिए जबलपुर का नाम जाबालि पुरम के नाम से पहचाना जाना चाहिए। मेयर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उन्होंने तत्कालीन महापौर सुशीला सिंह के कार्यकाल में पार्षद रहते हुए लिखित रूप से प्रस्ताव दिया था। जिस प्रस्ताव पर तत्कालीन एम.आई.सी. ने स्वीकृति प्रदान की थी। अब उसी को आधार मानकर पूज्य संतों की अगुवाई एवं जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में भोपाल जाकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और अनुरोध करेंगे कि जबलपुर शहर का नाम जाबालि ऋषि मुनि के नाम से जाबालि पुरम घोषित कर दिया जाए।
मंजूरी मिलने के बाद जबलपुर को जाबालिपुरम के नाम से जाना जाएगा। मेयर इन काउंसलिंग की बैठक में यह प्रस्ताव लाया गया है कि जैसे होशंगाबाद का नाम बदला गया है, उसी तर्ज पर जबलपुर का नाम बदलकर अब जाबालिपुरम किया जाएगा। इसके लिए संतों के नेतृत्व में एक डेलिगेशन भोपाल जाएगा जहां मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव से मिलकर इस प्रस्ताव को सौंपा जाएगा। जैसे ही राज्य शासन की अनुमति मिलेगी, जबलपुर को नाम बदलकर जाबालिपुरम कर दिया जाएगा।इ सके साथ नर्मदा नदी तक एक सड़क के साथ नैरो गेज की एक रेल के सम्बन्ध में रेल मंत्री से भी चर्चा करंगे।
इनपुट: विजेन्द्र यादव