Delhi
enforcement directorate ed raids at residence of jharkhand chief minister hemant soren – दिल्ली में हेमंत सोरेन के ठिकानों पर ईडी के छापे, BMW कार ले गई जांच एजेंसी की टीम
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ईडी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के कुछ ठिकानों पर छापेमारी अभियान चलाया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी की टीमें दिल्ली पुलिस कर्मियों के साथ मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले की जांच के सिलसिले में सोमवार को हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास शांति निकेतन भवन, झारखंड भवन और मोतीलाल नेहरू मार्ग पहुंचीं और देर शाम तक वहीं मौजूद रहीं। इस दौरान बाहर संवाददाताओं का जमावड़ा नजर आया। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी की टीम अपने साथ एक बीएमडब्ल्यू कार ले गई। यह कार हेमंत सोरेन की होने का दावा की थी।
भाजपा का दावा ईडी के डर से हुए गायब
ईडी के एक सूत्र ने बताया कि टीम सोरेन से पूछताछ करने के लिए उनके आवास पर पहुंची थी लेकिन वे नहीं मिले। ईडी की टीम झारखंड भवन और कुछ अन्य स्थानों पर भी गई लेकिन वहां भी मुख्यमंत्री नहीं मिले। अधिकारी दिल्ली एयरपोर्ट पर भी निगरानी रख रहे हैं। वहीं भाजपा ने दावा किया कि हेमंत सोरेन ईडी की कार्रवाई के डर से पिछले 18 घंटे से अपने दिल्ली स्थित आवास से गायब हैं। मालूम हो कि सोरेन 27 जनवरी की रात रांची से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। वहीं हेमंत सोरेन की ओर से ईडी को एक पत्र भेजा गया है। इसमें उन्होंने कहा है कि वे 31 जनवरी को रांची में उपलब्ध रहेंगे।
वीडियो रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखने की अपील
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ई-मेल में ईडी पर राज्य सरकार के कामकाज में बाधा डालने के लिए राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित होकर काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि 31 जनवरी को या उससे पहले उनका बयान दोबारा दर्ज कराने की ईडी की जिद से दुर्भावना से प्रेरित लग रही है। यह कानून द्वारा दी गयी शक्तियों का दुरुपयोग है। सोरेन ने रविवार को भेजे उक्त ई-मेल में कहा कि अदालत को उपलब्ध कराने के लिए 20 जनवरी को मुझसे सात घंटे तक हुई पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखा जाए।
बदनाम करने के लिए छापेमारी
वहीं हेमंत सोरेन के परिवार के एक सदस्य ने इस पूरे घटनाक्रम को बदनाम करने की साजिश करार दिया। नाम नहीं छापने की शर्त पर परिवार के सदस्य ने कहा कि सोरेन ईडी से निरंतर संपर्क कर चुके हैं। वह 31 जनवरी को दोपहर एक बजे अपने आवास पर बयान दर्ज कराने की इच्छा तक जता चुके हैं। फिर भी राजनीतिक प्रतिशोध लिया जा रहा है। घर पर नहीं होने का मतलब फरार होना नहीं है। उनके खिलाफ कोई वारंट नहीं है, जिसकी वजह से उन्हें मौजूद रहना होगा। वह मंगलवार को रांची पहुंचेंगे। ये छापे उनकी छवि को खराब करने के लिए डाले गए हैं।
झामुमो ने रैली निकाली
वहीं झामुमो कार्यकर्ताओं ने रांची में एक विशाल रैली निकाली। पार्टी के झंडे, बैनर और सोरेन की तस्वीरें लेकर समर्थक मोरहाबादी मैदान में एकत्र हुए। वहां से उन्होंने मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास की ओर मार्च किया। रैली के दौरान ‘हेमंत सोरेन मत घबराना, हम तुम्हारे साथ हैं’ जैसे नारे लगाए गए। रैली मुख्यमंत्री आवास और राजभवन के पास से गुजरी। रैली में भाग लेने वाले झामुमो समर्थक खूंटी, रांची, गढ़वा, रामगढ़ और गुमला जैसे विभिन्न जिलों से आए थे। दूसरी ओर झारखंड की राजधानी रांची में सोमवार को मुख्यमंत्री आवास, राजभवन और केंद्र सरकार के कार्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।