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CM Bhajanlal Sharma receives death threat 3 arrested two wardens suspended

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राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी से जुड़े मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि इस मामले में जेल प्रशासन के दो वार्डन सस्पेंड कर दिए गए है। पुलिस ने आरोपी मुकेश, राकेश और चेतन को किया गिरफ्तार है। आमेर थाना इलाके में पोक्सो के मामले में बंद हुआ था एक आरोपी। पोक्सो के आरोपी ने ही सीएम भाजन लाल के नाम से ही धमकी भरा कॉल किया था। आरोपी पिछले 5 साल से जयपुर सेंट्रल जेल में बंद था। 

धोखाधड़ी के आरोप में बंद एक अन्य बंदी से लिया था कॉल करने के लिए मोबाइल फोन। बताया जा रहा है कि मानसिक रूप से विक्षिप्त है आरोपी रेपिस्ट। सआरोपी का मेंटल हॉस्पिटल से इलाज चल रहा है। 

धमकी का कॉल कंट्रोल रूम पर आया

उल्लेखनीय है कि जयपुर सेंट्रल जेल से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी का कॉल कंट्रोल रूम पर आया था। इस घटना के बाद जहां एक तरफ पुलिस और प्रदेश की अन्य सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए। वहीं, दूसरी तरफ जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। धमकी भरा कॉल करने वाले बदमाशों की लोकेशन जयपुर की सेंट्रल जेल में आई थी। ऐसे में पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि बदमाशों के पास मोबाइल कैसे पहुंचा। फिलहाल, पुलिस अधिकारियों ने इस पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है।

जेल में मोबाइल कैसे पहुंचा 

पुलिस के अनुसार, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी भरा कॉल बुधवार सुबह कंट्रोल रूम पर आया था। पुलिस ने धमकीभरा कॉल करने वालों की लोकेशन ट्रैस की तो अधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। जिस नंबर से धमकी भरा कॉल आया था। क्योंकि उसकी लोकेशन जयपुर की सेंट्रल जेल आई। पुलिस की अब तक कि पड़ताल में सामने आया कि जयपुर सेंट्रल जेल में सजा काट रहे एक बंदी ने कंट्रोल रूम को धमकीभरा कॉल किया था। जब पुलिस की टीम जांच करने पहुंची तो एक अन्य बंदी की भी इस मामले में भूमिका सामने आई है। इस पूरे घटनाक्रम से जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े हो रहे है। प्रदेश की अलग-अलग जेलों से धमकी भरे कॉल करने और रंगदारी मांगने के पहले भी कई मामले सामने आए हैं। लेकिन सीएम को जान से मारने की धमकी देने के पीछे इन बदमाशों का क्या इरादा रहा। यह पुलिस के लिए जांच का विषय है। बड़ा सवाल यह भी है कि इन बदमाशों के पास जेल में मोबाइल पहुंचा कैसे।  किसकी इसमें मिलीभगत रही। 



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