Rajasthan

bjp mla shailesh singh reached mahapadav site to support jat reservation movement – जाट आंदोलन का समर्थन करने पहुंचे BJP विधायक, बोले

Published

on


ऐप पर पढ़ें

डीग कुम्हेर से भाजपा विधायक शैलेश सिंह रविवार को जाट आरक्षण आंदोलन को समर्थन देने के लिए महापड़ाव स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि आरक्षण की मांग वाजिब है। हम सरकार से निवेदन करेंगे की दोनों जिलों के जाटों को आरक्षण देने की पहल सकारात्मक रूप से की जाए। केंद्र की ओबीसी में भरतपुर धौलपुर जिले के जाट आरक्षण की मांग कर रहे हैं। इसके लिए गांव जयचौली में महापड़ाव जारी है। सरकार की तरफ से वार्ता के लिए निमंत्रण लेकर अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक रघुवीर कबिया और वैर के उपखंड अधिकारी ललित मीणा आंदोलन स्थल पर जाट नेताओं के पास पहुंचे। 

ये अधिकारी सरकार की तरफ से जाट नेताओं के पास निमंत्रण लेकर पहुंचे कि मुख्यमंत्री जाट आरक्षण संघर्ष समिति से वार्ता करने के लिए तैयार हैं। उधर, इस निमंत्रण को स्वीकार करते हुए जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने 16 सदस्यों की टीम का गठन किया है जो मुख्यमंत्री से वार्ता करने जाएगा। लेकिन महापड़ाव जारी रहेगा जब तक आरक्षण मिलने की मांग पूरी नहीं हो जाती है। फिलहाल भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने 16 सदस्यों की टीम का गठन कर दिया है जो निमंत्रण के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से वार्ता करने के लिए जयपुर जाएंगे।

भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने कहा कि शांतिपूर्ण आंदोलन जारी रहेगा और वार्ता सफल नहीं हुई तो आंदोलन उग्र भी किया जाएगा। भरतपुर धौलपुर के जाट केंद्र की ओबीसी में आरक्षण की मांग वर्ष 1998 से कर रहे हैं। आंदोलन हमारा शौक नहीं मजबूरी है। शांतिपूर्ण तरीके से हमारा आंदोलन चल रहा है। आज तीन दिन हो चुके हैं। यदि सरकार ने हमारी मांग पूरी नहीं की तो 22 जनवरी के बाद कभी भी आंदोलन को उग्र किया जा सकता है। चक्का जाम किया जा सकता है। 

नेम सिंह फौजदार ने कहा कि पुलिस और प्रशासन के दो अधिकारी हमारे पास राज्य सरकार का निमंत्रण लेकर आए हैं। जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने 16 सदस्यों की टीम का गठन किया है जो मुख्यमंत्री से वार्ता करने के लिए जाएंगे। लेकिन हमारा महापड़ाव जारी रहेगा। किसी भी समस्या का समाधान वार्ता से होता है जिसके लिए हम तैयार हैं मगर मांग पूरी नहीं होने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हमारे दोनों जिलों के जाटों को केंद्र में आरक्षण देने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है। मुख्यमंत्री और कमेटी के सदस्यों के बीच क्या वार्ता होती है और कितनी सफल होती है।

आरक्षण नहीं मिलने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा लेकिन सरकार के साथ किसी भी स्तर की वार्ता के लिए हम हमेशा तैयार थे और हैं। मालूम हो कि भरतपुर, धौलपुर के जाटों ने केंद्र में ओबीसी वर्ग में आरक्षण की मांग के लिए बुधवार से मुंबई दिल्ली रेलवे मार्ग से करीब 300 मीटर की दूरी पर महापड़ाव शुरू कर दिया है। आंदोलनकारियों ने सभी रेलवे मार्ग और सडकों को जल्द ही जाम करने की चेतावनी जारी कर दी है। यह महापड़ाव जयचोली गांव में जारी है, जहां आंदोलनकारियों के लिए खाने पीने और ठंड से बचने के लिए इंतजामात किए गए हैं। 

भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने बताया कि भरतपुर और धौलपुर जिले के जाटों को केंद्र में आरक्षण की मांग काफी पुरानी है। कभी भी रेलवे मार्ग और नेशनल हाईवे पर जाम लगाने का फैसला समाज ले सकती है। अभी हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण चल रहा है लेकिन सरकार ने नहीं सुनी तो कुछ भी हो सकता है। आरक्षण की यह मांग 1998 से की जा रही है। 2013 में केंद्र के मनमोहन सरकार ने भरतपुर धौलपुर जिलों के साथ 9 राज्यों के जाटों को आरक्षण दिया था। 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version