Chhattisgarh
Bastar IG Sundarraj says Fight against naxals at deciding step – बस्तर IG बोले

ऐप पर पढ़ें
छत्तीसगढ़ के कांकेर में सुरक्षाबलों ने मंगलवार को हुई मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराया था। इसके एक दिन बाद बुधवार को बस्तर के IG (पुलिस महानिरीक्षक) पी. सुंदरराज ने इस मुठभेड़ को एक बड़ी सफलता कहते हुए बताया और कहा कि जनवरी से अबतक 71 नक्सली मारे गए हैं और नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है।
कांकेर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सुंदरराज ने बताया कि कांकेर जिले के बीनागुंडा-कोरागुट्टा के जंगलों में 16 अप्रैल को हुई मुठभेड़ छत्तीसगढ़ में नक्सल मोर्चे पर मिली बड़ी सफलताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि खुफिया सूत्रों से जंगल में लगभग 50 नक्सलियों की मौजूदगी के बारे में इनपुट मिला था, जिनमें से 29 को मार गिराया गया, बाकी को पकड़ने के लिए इलाके में तलाशी अभियान जारी है।
4 घंटे तक चली मुठभेड़
मुठभेड़ के बारे में विस्तार से बताते हुए बस्तर आईजी ने कहा कि, ‘कल दोपहर करीब दो बजे सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो करीब 4 घंटे तक चली। DRG और BSF की टीमों ने इलाके की घेराबंदी करते हुए सर्च अभियान छेड़ा, जिसमें CPI माओवादियों के 29 शव बरामद हुए। इनमें 15 शव महिला नक्सलियों के थे। मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।’
इलाके को नई पहचान देंगे
बस्तर आईजी ने बताया, ‘इस साल जनवरी से लेकर अबतक 71 नक्सलियों को मार गिराया जा चुका है। यह छत्तीसगढ़ में नक्सली मोर्चे पर सबसे बड़ी सफलताओं में से एक है। नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई निर्णायक मोड़ पर है। भविष्य में भी हमारी यही कोशिश रहेगी कि नक्सलियों के खिलाफ हमने अबतक जो किया है उसे आगे बढ़ाया जाए।’ साथ ही उन्होंने बताया, ‘इस इलाके और यहां के लोगों को एक नई पहचान देने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं’।
खतरें से बाहर हैं घायल जवान
उन्होंने यह भी बताया कि ‘मुठभेड़ में BSF (सीमा सुरक्षा बल) का एक इंस्पेक्टर और DRG (जिला रिजर्व गार्ड) का एक जवान भी घायल हुआ है और वे दोनों खतरे से बाहर हैं। रायपुर के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा, नक्सलियों के शवों का पोस्टमार्टम भी चल रहा है।’पुलिस के मुताबिक शुरुआती जांच में दो मृत नक्सलियों की पहचान शंकर और महिला नक्सली ललिता के रूप में हुई है।
इस सफल ऑपरेशन को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णदेव साय ने भी DRG और BSF के जवानों की पीठ थपथपाई है और इसे बड़ी उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा, यह वाकई बहुत बड़ी उपलब्धि है। DRG और BSF की संयुक्त पार्टी ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और कांकेर जिले के छोटेबेटिया थाना क्षेत्र के बीनागुंडा-कोरागुट्टा जंगलों में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ की। जिसमें 29 नक्सली मारे गए और तीन जवान घायल हुए हैं। मैं इस ऐतिहासिक मुठभेड़ में शामिल सभी जवानों और सुरक्षाबलों को बधाई देता हूं।