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Solar eclipse 8 April 2024 how avoid side effects
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Solar Eclipse 2024: साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण आठ अप्रैल में लगेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, राहु और केतु के कारण सूर्य ग्रहण लगता है। क्योंकि वे सूर्य का ग्रास करने का प्रयास करते हैं। यह एक खगोलीय घटनाक्रम है। सूर्य, चंद्रमा, और पृथ्वी जब एक सीध में आ जाते हैं तो उस समय सूर्य ग्रहण लगता है।
सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण समय से 12 घंटा पहले ही लग जाता है। जिसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं होता है। ज्योतिषाचार्य डॉ. सुशांत राज ने बताया कि साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल सोमवार को लगेगा। यह सूर्य ग्रहण रात 09 बजकर 12 मिनट पर लगेगा और इसका समापन 9 अप्रैल दिन मंगलवार को तड़के 02 बजकर 22 मिनट पर होगा।
यह सूर्य ग्रहण मीन राशि और स्वाति नक्षत्र में होगा। सूर्य ग्रहण के दिन सोमवती अमावस्या भी है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण आमवस्या पर और चंद्र ग्रहण पूर्णिमा तिथि पर लगता है। सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पूर्व लगता है।
इस आधार पर सूर्य ग्रहण का सूतक काल 8 अप्रैल को सुबह में 09:12 बजे से लगना चाहिए। लेकिन यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इस वजह से सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह सूर्य ग्रहण अमेरिका, कनाडा, यूरोप के कुछ पश्चिमी भागों और मैक्सिको में दिखाई देगा। इसके अलावा यह प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर और आर्कटिक में भी देखा जा सकता है।
सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभावों को ऐसे करें दूर
सूर्य ग्रहण के समय में सूर्य के बीज मंत्र ओम घृणि सूर्याय नम: का जाप करना चाहिए या सूर्य के किसी अन्य प्रभावशाली मंत्र का भी जाप कर सकते हैं। सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए आप उस समय में अपने इष्ट देव के नाम का जाप या मंत्र का जाप कर सकते हैं। सूर्य ग्रहण के बाद स्नान करके सूर्य देव से जुड़ी वस्तुओं का दान करना चाहिए। इसमें गेहूं, गुड़, लाल वस्त्र, तांबे के बर्तन, घी शामिल हैं।