Uttar Pradesh
बीजापुर में शिक्षादूत की हत्या से सनसनी, एक साल में पांच जानें गईं, नक्सली हमले की आशंका l

पुलिस अधिकारियों ने आशंका जताई है कि इस घटना को नक्सलियों ने अंजाम दिया है, हालांकि घटनास्थल से कोई भी माओवादी पर्चा बरामद नहीं हुआ है।
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। गंगालूर थाना क्षेत्र के तोड़का गांव में अज्ञात लोगों ने 25 वर्षीय शिक्षादूत कल्लू ताती की धारदार हथियार से हत्या कर दी। ताती लेंड्रा गांव के सरकारी स्कूल में अस्थायी अतिथि शिक्षक (शिक्षादूत) के रूप में कार्यरत थे।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हत्या की वारदात शुक्रवार देर रात हुई और शनिवार सुबह इसकी सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों की टीम मौके पर भेजी गई। शुरुआती जांच में आशंका जताई जा रही है कि इस घटना के पीछे नक्सलियों का हाथ हो सकता है। हालांकि घटनास्थल से कोई माओवादी पर्चा बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है।
नक्सलियों पर मुखबिरी के शक का आरोप
पुलिस सूत्रों के अनुसार, नक्सली लंबे समय से बस्तर क्षेत्र में शिक्षादूतों को पुलिस मुखबिर होने के शक में निशाना बना रहे हैं। पिछले तीन साल में बस्तर के चार जिलों में कम से कम सात शिक्षादूतों की हत्या की जा चुकी है, जिनमें से पांच हत्याएं सिर्फ इसी साल हुई हैं।
15 और 27 अगस्त को भी हुई थीं हत्याएं
इससे पहले 27 अगस्त को सुकमा जिले में और 15 अगस्त को नारायणपुर जिले में शिक्षादूतों की हत्या हुई थी। वहीं, बीजापुर के फरसेगढ़ इलाके में पिछले महीने दो शिक्षादूतों की हत्या कर दी गई थी।
30 से ज्यादा लोग मारे जा चुके
आंकड़ों के मुताबिक, बस्तर क्षेत्र के सात जिलों में इस साल अब तक 30 से ज्यादा लोग माओवादी हिंसा में अपनी जान गंवा चुके हैं।