Madhya Pradesh

MP में फिर आसमान से बरस रही आफत, उज्जैन में पानी में डूबे मंदिर, अगले 24 घंटों के लिए अलर्ट

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मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में शुक्रवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। 23 जिलों में पानी बरसा है। भोपाल में दोपहर बाद मौसम बदला और तेज बारिश होने लगी। बारिश के इस सीजन में प्रदेश के करीब ढाई सौ में से 200 डैम फुल हो चुके हैं।

मध्य प्रदेश में शुक्रवार से एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। तेज और धीमी बारिश से लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। वहीं किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरे छा गई हैं। प्रदेश के 23 जिलों में शुक्रवार बारिश हुई है जो शनिवार तक जारी है। वंही निवाड़ी और गुना,शिवपुरी में अगले 24 घंटे में तेज बारिश का अलर्ट है। उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर में बूंदाबांदी हो रही है। 

मौसम विभाग के अनुसार इसके बाद मौजूदा सिस्टम कमजोर हो जाएगा और बारिश का दौर थम जाएगा।फिलहाल अनूपपुर, डिंडोरी और बालाघाट में धूप निकलेगी। वहीं, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।

मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में शुक्रवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। 23 जिलों में पानी बरसा है। भोपाल में दोपहर बाद मौसम बदला और तेज बारिश होने लगी। बारिश के इस सीजन में प्रदेश के करीब ढाई सौ में से 200 डैम फुल हो चुके हैं। लगातार हो रही बारिश से उज्जैन संभाग के उज्जैन मंदसौर और नीमच जिले में छोटी पुलिया पर पानी आ गया है, वहीं क्षिप्रा नदी के घाट पर बने मंदिर डूब गए है।

उज्जैन में पानी डूबे मंदिर

 बारिश होने की वजह से मंदसौर की मंडी में रखी सोयाबीन की फसल भीग गई है तो विदिशा में एक युवक बह गया है। उज्जैन में बारिश से शिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ गया और कई छोटे मंदिर डूबे नजर आए। 

 बारिश की वजह से प्रदेश के डैम और तालाब फिर छलक उठे हैं। शुक्रवार को कई बांध और तालाबों में पानी आ गया। बरगी, बाणगंगा, ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर, तवा, कलियासोत, केरवा, भदभदा समेत कई बांध ऐसे हैं, जिनके गेट सीजन में 10 बार या इससे अधिक खुल चुके हैं।

कहां कितनी बारिश?

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार भोपाल में दोपहर बाद मौसम बदला छाए और तेज बारिश होने लगी। खजुराहो-टीकमगढ़ में 1 इंच पानी गिर गया। वहीं, नर्मदापुरम में पौन इंच बारिश हो गई।टीकमगढ़, मंदसौर, नर्मदापुरम, गुना, छिंदवाड़ा, मंडला, नौगांव, रीवा, सागर, सिवनी, सीधी, उमरिया, मलाजखंड, बैतूल, धार, गुना, ग्वालियर, इंदौर, खंडवा, पचमढ़ी में भी पानी गिरा। बताया जा रहा है की जबलपुर संभाग के मंडला में 60 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। सिवनी में 56.7 इंच पानी गिरा है। श्योपुर में 52 इंच बारिश हुई है। भोपाल, सागर, निवाड़ी, डिंडौरी, सीधी और छिंदवाड़ा ऐसे जिले हैं, जहां 50 इंच या इससे अधिक बारिश हो चुकी है।

मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश में मानसून ट्रफ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से बारिश का दौर चल रहा है। राज्य के पश्चिमी हिस्से में सिस्टम का असर है। यह सिस्टम आगे बढ़ेगा इसलिए अगले 24 घंटे में कुछ जिलों में बारिश का दौर जारी रहेगा। इस साल मानसूनी बारिश के मामले में सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में रायसेन और नर्मदापुरम जिले भी शामिल हैं। जबलपुर संभाग सबसे आगे है। मंडला जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई है।

रिपोर्ट विजेन्द्र यादव



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