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हिंदू बताकर मंदिर में घुसे दूसरे समुदाय के तीन युवक, चेकिंग में पकड़ाए; पुलिस ने बताया क्या था मकसद

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हिंदू बताकर मंदिर में घुसे दूसरे समुदाय के तीन युवक, चेकिंग में पकड़ाए; पुलिस ने बताया क्या था मकसद


गाजियाबाद में खुद को हिंदू बताकर रामलीला कमेटी के साथ डासना देवी मंदिर में घुसने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तलाशी में दूसरे समुदाय के दो आरोपियों से हिंदू नाम के आधार कार्ड मिलने पर वेव सिटी पुलिस ने केस दर्ज किया है।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, गाजियाबादFri, 4 Oct 2024 01:30 AM
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गाजियाबाद में खुद को हिंदू बताकर रामलीला कमेटी के साथ डासना देवी मंदिर में घुसने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तलाशी में दूसरे समुदाय के दो आरोपियों से हिंदू नाम के आधार कार्ड मिलने पर वेव सिटी पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि हिंदू धर्म को अपमानित करने के लिए आरोपियों ने अपने नाम बदले थे। तीनों रामलीला में सीता-लक्ष्मण और कैकेयी का किरदार निभाते थे।

अति संवेदनशील माने जाने वाले डासना देवी मंदिर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं। मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद की सुरक्षा के लिए यहां पुलिस की ड्यूटी लगी है। पुलिस के मुताबिक, श्री आदर्श रामलीला कमेटी द्वारा डासना देवी मंदिर के प्रांगण में रामलीला मंचन कराया जाता है। मंचन के लिए तीन वर्षों से मथुरा से मंडली आती है। मंडली के रुकने की व्यवस्था मंदिर में होती है। बताते हैं कि इस मंडली के तीन सदस्य समुदाय विशेष से ताल्लुक रखते हैं, जिन्हें चेकिंग के दौरान हिंदू नाम के आधार कार्ड दिखाने पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है।

जांच में पकड़े गए

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दो अक्तूबर को मंडली मंचन के लिए मंदिर पहुंची। प्रवेश देने से पहले सदस्यों की जांच की गई तो तीन लोगों पर पुलिस को शक हुआ। आईडी मांगने पर दो लोगों ने हिंदू नाम के आधार कार्ड दिखाए, जबकि एक ने वजीर खान नाम से आधार कार्ड दिखाया। आरोपियों ने बताया कि वे दूसरे समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। विस्तृत जांच के लिए पुलिस की एक टीम को मथुरा भेजा गया तो वहां तीनों के दूसरे समुदाय से होने की पुष्टि हुई।

तबला वादन और नृत्य भी करते हैं आरोपी

पुलिस के मुताबिक, आरोपी रामलीला में सीता-लक्ष्मण और कैकेयी का किरदार निभाते हैं। वजीर खान ढोलक बजाता है। इसके अलावा वे दर्शकों के मनोरंजन के लिए नृत्य भी करते हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके पूर्वज भी रामलीलाओं में विभिन्न पात्रों को निभा चुके हैं। उनके पूर्वज भी हिंदू नाम रखते थे, लिहाजा उनके नाम भी हिंदुओं से जुड़े रख दिए गए थे। तीनों ने बताया कि वह डासना देवी मंदिर में सिर्फ रामलीला मंचन के लिए आए थे।

आरोपियों पर छल करने का आरोप

डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि जांच के बाद मंदिर के सुरक्षा प्रभारी एसआई भानुप्रकाश सिंह की शिकायत पर तीनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसके बाद आरोपी राहुल, नानक निवासी कस्बा मांट मथुरा और वजीर खान निवासी ग्राम गढ़ी परसोती थाना सुरीर जिला मथुरा को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में पता चला है कि आरोपियों का उद्देश्य हिंदू धर्म को अपमानित करने का था। तीनों आरोपियों ने गलत आधार कार्ड बनवाकर छल किया है।

महंत बोले, मामले की गहन जांच हो

डासना देवी मंदिर में पूर्व में भी सेंधमारी हो चुकी है। एक बार बाहर से आए साधु पर पेपर कटर से हमला हुआ था। इसके अलावा पुलिस ने हिंदू बताकर मंदिर में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे दूसरे समुदाय के दो लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके बैग से संदिग्ध वस्तुएं मिली थीं। गुरुवार को पुलिस द्वारा तीन लोगों को गिरफ्तार करने पर मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरि ने मामले को गंभीर बताया है। उनका कहना है कि यह साजिश हो सकती है। पुलिस मामले की जांच करे। वहीं, पुलिस ने बुधवार रात से मंदिर की सुरक्षा कड़ी कर दी है।



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