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30 हेक्टेयर में पार्क, श्मशान से कब्रिस्तान तक सबके लिए स्थान; गाजियाबाद में नई टाउनशिप की बाउंड्री फिक्स

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30 हेक्टेयर में पार्क, श्मशान से कब्रिस्तान तक सबके लिए स्थान; गाजियाबाद में नई टाउनशिप की बाउंड्री फिक्स


गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने मंगलवार को नई टाउनशिप हरनंदीपुरम बसाने के लिए चारदीवारी का निर्धारण कर लिया। अब इस चारदीवारी के भीतर आने वाली जमीन के गाटा, खतौनी और काश्तकार (किसान) की सूची बनेगी।

Praveen Sharma हिन्दुस्तान, गाजियाबादWed, 25 Sep 2024 06:33 AM
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गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने मंगलवार को नई टाउनशिप हरनंदीपुरम बसाने के लिए चारदीवारी का निर्धारण कर लिया। अब इस चारदीवारी के भीतर आने वाली जमीन के गाटा, खतौनी और काश्तकार (किसान) की सूची बनेगी। साथ ही, योजना का क्षेत्रफल तय होगा। इसके बाद एक हफ्ते में यह रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। शासन से मंजूरी के बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी।

जीडीए हरनंदीपुरम नाम की नई टाउनशिप विकसित करने में जुटा है। आठ गांव नगला फिरोजपुर, शमशेर, चम्पतनगर, शाहपुर निज मोरटा, भोवापुर, भनैड़ा खुर्द, मथुरापुर के चिह्नित क्षेत्र का सैटेलाइट और ड्रोन के जरिये सर्वे हो रहा है। जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स का कहना है कि टाउनशिप की चारदीवारी के भीतर जमीन को लेकर कोई विवाद नहीं है। 

उन्होंने बताया कि अधिकारियों को दो दिन के भीतर काश्तकारों की सूची, भूमि की खतौनी तैयार कर रिपोर्ट देने को कहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर टाउनशिप का सही क्षेत्रफल निकल जाएगा। इसके बाद यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण एवं नए शहर प्रोत्साहन योजना के तहत शासन को भेजी जाएगी। मंजूरी मिलने के बाद भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। किसानों के साथ सहमति बनाकर भी जमीन ली जा सकती है।

30 हेक्टेयर में पार्क बनेगा : जीडीए के उपाध्यक्ष ने बताया कि टाउनशिप के भीतर एक विद्युत निगम का सब स्टेशन है, जिसके तार करीब 30 हेक्टेयर में फैले हैं। ऐसे में जीडीए इस पूरी जमीन पर पार्क विकसित करेगा, ताकि यहां भविष्य में अवैध निर्माण न हो सके। साथ ही, लोगों को हरियाली मिल सके।

कब्रिस्तान और श्मशान भी होगा : जीडीए वीसी ने बताया कि नई टाउनशिप की सर्वे शीट में कब्रिस्तान और श्मशान भी दर्शाये जाएंगे, ताकि अधिग्रहण के बाद जब इसे विकसित किया जाए तो उस दौरान पूरी जानकारी हो सके। उन्होंने कहा कि अब तक जलाशय, तालाब और पोखर आदि को ही दर्शाया जाता था।



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