Uttar Pradesh
छांगुर गैंग से संबंध उजागर, क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी निलंबित!

Ghaziabad: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच के प्रभारी इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन पर अवैध धर्मांतरण रैकेट चलाने वाले जमालुद्दीन उर्फ छांगुर गैंग से मिलीभगत का गंभीर आरोप है।
गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सिद्दीकी को सस्पेंड किया। बताया जा रहा है कि सिद्दीकी ने न केवल पीड़ित परिवारों को धमकाया, बल्कि अपने पद का दुरुपयोग कर जांच में जानबूझकर लापरवाही भी बरती।
🕵️♂️ क्या है पूरा मामला?
-
वर्ष 2019 में मेरठ के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में एक युवती के लव जिहाद और जबरन धर्मांतरण का मामला सामने आया था।
-
पीड़िता के परिजनों ने छांगुर गैंग के सदस्य बदर अख्तर सिद्दीकी पर युवती के अपहरण और जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाया था।
-
उस समय थाना प्रभारी रहे इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी ने पीड़ित परिवार की FIR दर्ज नहीं की और उन्हें चुप रहने की धमकी दी।
📂 छांगुर की गिरफ्तारी से खुला राज
हाल ही में ATS द्वारा गिरफ्तार किए गए छांगुर से पूछताछ के बाद मामले की परतें खुलीं। जांच में सामने आया कि सिद्दीकी ने जानबूझकर न सिर्फ केस को दबाया, बल्कि आरोपी पक्ष को परोक्ष रूप से संरक्षण भी दिया।
छांगुर मामले की गहन जांच में अब्दुल रहमान की भूमिका और 6 साल पहले की गई लापरवाही उजागर हो चुकी है। इसी के आधार पर प्रशासन ने कड़ा एक्शन लिया है।
⚖️ कमिश्नर का स्पष्ट संदेश
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि विभाग में ऐसे किसी भी अधिकारी के लिए कोई जगह नहीं है, जो अपराधियों से सांठगांठ रखेगा या पीड़ितों की आवाज दबाएगा। आगे की विभागीय जांच और कानूनी कार्यवाही जारी है।
यह भी पढ़े…धोखे से मतांतरण पर रोक, उत्तराखंड सरकार का सख्त ऐलान!