Uttar Pradesh

गंगा का जलस्तर बढ़ा, बक्सर समेत बिहार और यूपी के कई इलाके प्रभावित!

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Ganga Water Level: बक्सर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है जिससे आसपास के जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। उत्तर प्रदेश के बलिया और गाजीपुर में भी गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रयागराज में यमुना और केन नदियों में भी जलस्तर बढ़ रहा है। गंगा किनारे के सभी जिले प्रभावित हैं जिससे लोगों में चिंता है।

बक्सर: गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है और बक्सर में यह खतरे के निशान से महज 40 सेंटीमीटर नीचे है। शुक्रवार शाम से यहाँ जलस्तर दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। यह रफ्तार जारी रही तो रविवार या सोमवार तक गंगा खतरे के निशान को पार कर सकती है।

उत्तर प्रदेश में गंगा का असर पहले ही दिखने लगा है। बलिया में गंगा एक मीटर ऊपर बह रही है, जबकि गाजीपुर में यह 20 सेंटीमीटर और वाराणसी में लगभग खतरे के निशान के पास पहुंच चुकी है। प्रयागराज में संगम पर गंगा चार सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ रही है।

शनिवार सुबह बक्सर में गंगा का जलस्तर 59.91 मीटर दर्ज किया गया, जो चेतावनी बिंदु से 60 सेंटीमीटर अधिक है — इस मानसून सीजन का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर।

सहायक नदियों में भी उफान की स्थिति

प्रयागराज के पास प्रतापपुर में यमुना छह सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चढ़ रही है। यमुना की सहायक केन नदी में भी तेजी है, जबकि बेतवा नदी का जलस्तर धीरे-धीरे घटने लगा है। गंगा के अपस्ट्रीम क्षेत्र में नरौरा बांध से छोड़े गए पानी के कारण बदायूं और फर्रुखाबाद में भी गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

चित्रकूट में पैसुनी नदी ने तोड़ा रिकॉर्ड

चित्रकूट में पैसुनी नदी का जलस्तर शनिवार को 92.2 मीटर तक पहुंच गया, जो अब तक का सर्वाधिक स्तर है। इससे पहले इसका रिकॉर्ड 91.42 मीटर था। यह मानसून के बदलते पैटर्न की ओर भी इशारा करता है।

बिहार के गंगा किनारे सभी जिले प्रभावित

बक्सर, भोजपुर, सारण, पटना, वैशाली, खगड़िया और भागलपुर सहित गंगा किनारे के सभी जिलों में जलस्तर में वृद्धि का प्रभाव दिखने लगा है। चूंकि बक्सर गंगा की धारा में बिहार का सबसे ऊंचा क्षेत्र है, इसलिए यहां जलस्तर का खतरे का निशान पार करना बाकी जिलों में हालात और बिगाड़ सकता है।

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