Chhattisgarh
बीजापुर के नेशनल पार्क इलाके में मुठभेड़, 31 नक्सली ढेर, 2 जवान शहीद, सर्च ऑपरेशन जारी…..

छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क इलाके में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में अब तक 31 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं। इस दौरान 2 जवान शहीद हो गए हैं और 2 अन्य जवान घायल हुए हैं। घटनास्थल से घायलों को निकालने के लिए जगदलपुर से MI 17 हेलीकॉप्टर भेजा गया है। यह मुठभेड़ पंचायत चुनाव के बीच हुई है, जिसमें नक्सलियों के चुनाव को प्रभावित करने की संभावना जताई जा रही है।
सुरक्षा बलों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ जारी
बीजापुर के इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में सुरक्षाबलों का एक दल नक्सल विरोधी अभियान पर निकला था, तभी नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस मुठभेड़ में प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक 12 नक्सली मारे गए हैं। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक पदार्थ बरामद किए गए हैं।
मुठभेड़ में शहीद और घायल जवानों का हाल
इस मुठभेड़ में 2 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि 2 जवान घायल हो गए हैं। घायलों की हालत अब खतरे से बाहर है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर में भेजा जा रहा है। मुठभेड़ स्थल पर अतिरिक्त बलों को भेजा गया है ताकि नक्सली बचकर न निकल सकें। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को कड़ा जवाब दिया, जिससे भारी नुकसान हुआ।
पंचायत चुनाव पर नक्सलियों का प्रभाव न हो, इसके लिए बड़ी कार्रवाई
प्रदेश में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव चल रहे हैं, और इन चुनावों को प्रभावित करने के लिए नक्सलियों की गतिविधियों की आशंका जताई जा रही थी। सुरक्षा बलों ने इस मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया है ताकि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सकें।
पिछले महीने भी हुआ था बड़ा ऑपरेशन
बीजापुर में 1 फरवरी को भी सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ मुठभेड़ में 8 नक्सलियों को मार गिराया था। इस मुठभेड़ में कई हथियार और विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई थी। इसके अलावा, 31 जनवरी को बीजापुर के थाना गंगालूर क्षेत्र में भी सुरक्षाबलों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 14 नक्सलियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से आठ नक्सलियों पर 36 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन जारी
सुरक्षाबलों द्वारा इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है, ताकि नक्सलियों के बचकर निकलने का कोई मौका न मिले। यह मुठभेड़ सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि इससे नक्सलियों को गंभीर नुकसान हुआ है और उनकी गतिविधियों पर कड़ी चोट पहुंची है।