Uttar Pradesh
कलावा और टीका लगाकर स्कूल मत आना, अमरोहा में शिक्षिका के फरमान पर ऐक्शन
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में कलावा और टीका लगाकर स्कूल मत आने से मना करने के फरमान पर शिक्षिका निलंबित कर दी गई है। डीआईओएस ने कॉलेज प्रबंधक को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कॉलेज प्रबंधक ने शिक्षिका को निलंबित कर जांच बैठा दी है।
अमरोहा में शिक्षिका ने छात्र-छात्राओं के स्कूल में टीका लगाकर व कलावा पहनकर आने पर रोक लगा दी। फरमान से परेशान कक्षा नौ की एक छात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया। छात्रा के परिजनों ने शिकायत डीआईओएस व कॉलेज प्रबंधक स्तर पर की। हरकत में आए डीआईओएस ने कॉलेज प्रबंधक को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कॉलेज प्रबंधक ने शिक्षिका को निलंबित कर जांच बैठा दी है।
जानकारी के अनुसार, क्षेत्र के गांव जलालपुर घना में संचालित एकेजी इंटर कॉलेज की कक्षा नौ की एक छात्रा का एक वीडियो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल वीडियो में छात्रा ने कॉलेज की ही एक शिक्षिका आरती देवी पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि शिक्षिका ने छात्र-छात्राओं को माथे पर तिलक लगाकर व हाथ में कलावा बांधकर कॉलेज आने से रोकने का फरमान सुनाया है। शिक्षिका ने माथे पर तिलक लगाने व हाथ में कलावा बांधने से कुछ नहीं होने की बात भी कही। परीक्षा में पास होने के लिए पढ़ाई को जरूरी बताया।
इस बाबत छात्रा के परिजनों ने डीआईओएस व कॉलेज प्रबंधक स्तर पर शिकायत दर्ज कराई तो हड़कंप मच गया। परिजनों के मुताबिक शिक्षिका के व्यवहार के चलते छात्रा की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने के साथ ही मानसिक रूप से भी आघात पहुंचा है। वायरल वीडियो आला अफसरों तक पहुंचने के बाद हरकत में आए डीआईओएस विष्णु प्रताप सिंह ने कॉलेज प्रबंधक को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। डीआईओएस के निर्देश पर कॉलेज प्रबंधक सचिन कौशिक ने संबंधित शिक्षिका आरती को निलंबित कर प्रकरण में जांच बैठा दी। फिलहाल पूरा मामला सुर्खियों में बना है। सबकी नजर मामले में आगे होने वाली जांच की रिपोर्ट व कार्रवाई पर टिकी है। डीआईओएस ने मामले में कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि आगे निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की जाएगी।
डीएम निधि गुप्ता ने बताया कि विद्यालय शिक्षा का मंदिर है। शिक्षक यहां शिक्षण संबंधी अपनी जिम्मेदारी को प्राथमिकता के साथ निभाएं, यही बेहतर है। अनावश्यक विवादों से बचने का प्रयास हर किसी को करना चाहिए। मामले को संज्ञान में लेकर निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की जाएगी।