Rajasthan
अब जयपुर में भी MP-UP वाला ऐक्शन, मंदिर में RSS के 10 कार्यकर्ताओं पर हमला करने वालों के घर गरजा बुलडोजर
गुरुवार रात शरद पूर्णिमा के अवसर पर मंदिर में जागरण के बाद जब श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद के रूप में खीर वितरित की जा रही थी, तभी पड़ोस में रहने वाले दो लोगों ने देर रात कार्यक्रम करने पर आपत्ति जताई और बाद में मामला इतना बढ़ गया कि उन्होंने चाकुओं से हमला कर दिया।
जयपुर के मंदिर में 10 आरएसएस कार्यकर्ताओं पर चाकू से वार करने के मामले के बाद बुलडोजर ऐक्शन सामने आया है। पुलिस ने आरोपी पिता-पुत्र के घर पर बुलडोजर चला दिया है। पुलिस ने मामले के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि एक मंदिर में जागरण प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चल रहा था। । इसी दौरान पास में रहने वाले पिता-पुत्र आए और कुछ देर चाकू से हमला कर दिया। उन्हें देर रात चल रहे कार्यक्रम से परेशानी थी।
इस वारदात के बाद अब अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए आरोपी नसीब चौधरी के घर पर बुलड़ोजर चल रहा है। इस मामले में नसीब और उसका बेटा पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने मंदिर की जमीन पर कब्जा कर 2 कमरों का घर बना लिया था। इसी अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए बुलडोजर ऐक्शन लिया गया है। बता दें, जयपुर में करणी विहार इलाके के एक मंदिर में खीर वितरण कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों के हमले में आरएसएस से जुड़े 10 लोग घायल हो गए थे।
पुलिस ने बताया कि इस संबंध में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। उसने बताया कि गुरुवार रात शरद पूर्णिमा के अवसर पर मंदिर में जागरण के बाद जब श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद के रूप में खीर वितरित की जा रही थी, तभी पड़ोस में रहने वाले दो लोगों ने देर रात कार्यक्रम करने पर आपत्ति जताई।
पुलिस ने बताया कि इस मामले पर कहा-सुनी होने के बाद आरोपियों ने अन्य लोगों को बुलाया और वहां मौजूद लोगों पर चाकू से हमला कर दिया जिसमें 10 आरएसएस कार्यकर्ता घायल हो गए। उसने बताया कि घायलों में से छह को सवाई मान सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी नसीब चौधरी और उसके बेटे को हिरासत में ले लिया गया है और हमले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। उसने बताया कि मामले में आगे जांच की जा रही है। इससे पहले इस घटना से आक्रोशित कुछ लोगों ने कुछ समय के लिए दिल्ली-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर दिया। हालांकि, उन्होंने गुरुवार देर रात अपना धरना वापस ले लिया।
भाषा से इनपुट