Uttarakhand

BJP का केदारनाथ उपचुनाव के लिए प्रत्याशी फाइनल? सोशल मीडिया पर इस नाम पर चर्चा

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केदारनाथ उपचुनाव की सियासी लड़ाई से पहले टिकट जंग चरम पर है। दावेदारों के नित नए नाम चर्चा में तैर रहे हैं। स्थानीय उम्मीदवारों के अलावा कांग्रेस से पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत का नाम उम्मीदवारों में शुमार होने के बाद भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को उतारे जाने के कयास लगाए जाने लगे हैं।

तीरथ के तीन दिनी केदारनाथ दौरे के बाद इन कयासों को बल मिला है। तर्क यह दिया जा रहा है कि हरक सिंह रावत सियासत के बड़े खिलाड़ी हैं, लिहाजा उनके सामने भाजपा भी पूर्व मुख्यमंत्री जैसा हैवीवेट कंडीडेट खड़ा कर सकती है।

हालांकि पार्टी की ओर से इस पर कोई बड़ा नेता कुछ बोलने को तैयार नहीं है। दिल्ली भेजे पैनल में भी तीरथ का नाम शामिल नहीं है। तीरथ ने खुद शनिवार को चुनाव लड़ने के कयासों को खारिज किया। राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चा की मानें तो कांग्रेस अगर पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत पर दांव खेलती है, तो फिर भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को मैदान में उतार सकती है।

हालांकि एक पूर्व मुख्यमंत्री को उप चुनाव में उतारने की बात गले नहीं उतर रही, परंतु हरक सिंह रावत रुद्रप्रयाग से अपने ही रिश्तेदार और कद्दावर नेता मातवर सिंह कंडारी को परास्त करके विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं।

हरक गढ़वाल की अलग अलग सीटों से विधानसभा चुनाव जीतने का करिश्मा दिखा चुके हैं। लिहाजा उनके खिलाफ कद्दावर नेता के रूप में तीरथ नजर आते हैं। इसीलिए यह चर्चा चल पड़ी है।

हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में खुद उतरने के बजाय उन्होंने लैंसडौन से अपनी बहू को उतारा और जिता नहीं सके।सोशल मीडिया में पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत को केदारनाथ सीट से कांग्रेस का प्रबल दावेदार बताया जा रहा है।

राजनीतिक समीक्षकों का मानना है कि अगर ऐसा होता है तो भाजपा पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत को मैदान में उतारने का मन बना सकती है। हालांकि टिकट का आखिरी फैसला हाईकमान से होना है।

पूर्व विधायक आशा नौटियाल जहां अपनी दावेदारी को प्रबल बता रही हैं, भाजपा नेता कुलदीप रावत का अपना अच्छा खासा वोट बैंक है। ऐश्वर्या रावत अपनी मां की विरासत को आगे बढ़ाना चाहती हैं और मां की सहानुभूति और उनके अधूरे कार्यो को आगे बढ़ाने के लिए जनता के बीच हैं।

भाजपा नेता कर्नल अजय कोठियाल केदारनाथ में 2013 की आपदा के बाद किए गए कार्यो में स्थानीय युवाओं को जोड़ने और कईको फौज में भर्ती करवाने के लिए प्रशिक्षित करने के लिए के लिए जाने जाते हैं। उनकी छवि निर्विवाद नेता की है।

चुनाव लड़ने को लेकर पार्टी से नहीं हुई कोई बात तीरथ

पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने केदारनाथ उपचुनाव में पार्टी की ओर से प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा को सिरे से खारिज किया है। कहा ऐसा कुछ नहीं है। पार्टी से इस पर उनकी कोई चर्चा नहीं हुई है। पिछले तीन दिनों से तीरथ केदारघाटी भ्रमण पर रहे है। 17 को बाबा केदार के दर्शन के बाद 18 को वे गुप्तकाशी में रुके और स्थानीय कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।

भाजपा से दावेदार

पूर्व विधायक आशा नौटियाल, कुलदीप रावत, कर्नल अजय कोठियाल, ऐश्वर्या रावत, कुलदीप नेगी आजाद, चंडी प्रसाद भट्ट



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