Uttarakhand
Baba Tarsem Singh murder case encounter inside story murderers killed vehicle torch light
बाबा तरसेम की हत्या के मामले में एक लाख के इनामी को उत्तराखंड पुलिस ने घेराबंदी से पहले हरसंभव प्रयास किया कि उसे किसी तरह सड़क किनारे स्ट्रीट लाइट की रोशनी तक ले जाया जा सके, ताकि गिरफ्तारी हो जा सके। लेकिन, उससे पहले ही आरोपी ने वाहनों को आते देख फायरिंग शुरू कर दी।
बदमाश अंधेरे में छुपा बैठा था। ऐसे में पुलिस ने तुरंत चारों तरफ घेराबंदी करते हुए वाहनों के डिपर जला दिए और टॉर्च की मदद से बदमाश को चिह्नित कर जवाबी फायर शुरू किए। आखिर में पुलिस ने मुख्य आरोपी अमरजीत उर्फ बिट्टू को मुठभेड़ में मार गिराया।
दूसरा बदमाश भाग निकला: एसएसपी परमेंद्र डोभाल ने बताया कि घटनास्थल के आसपास अंधेरा था। इसका का फायदा उठाते हुए दूसरा बदमाश फरार हो गया। संयुक्त टीम में शामिल एक पुलिसकर्मी ने बताया कि तब पता नहीं चल रहा था कि गोली किस दिशा से आ रही है।
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बता दें कि अमरजीत का भाई जितेंद्र सिंह 33 साल पहले रामपुर के एनकाउंटर में मारा गया था। कट्टरपंथी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट से जुड़े रहे जितेंद्र पर विभिन्न वारदातों को अंजाम देने के केस चल रहे थे।
बदमाशों ने ढाई सौ से ज्यादा किमी की दूरी बाइक से नापी
एसटीएफ की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, टीम लगातार बदमाशों को तलाशने में जुटी हुई थी। जैसे ही टीम को अहम सुराग हाथ लगे, उसने इन बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाना शुरू किया, जिसमें पुलिस टीम सफल भी हो गई।
एसटीएफ ने बताया कि अभी तक की जांच पड़ताल से मालूम हुआ कि हत्या के बाद बदमाश उसी बाइक से फरार हुए, जो भगवानपुर के रास्ते यूपी में भागने की फिराक में थे। उन्होंने बताया, बाबा तरसेम की हत्याकांड के बाद घटनास्थल से लेकर मुठभेड़ स्थल तक की दूरी करीब ढाई सौ किलीमीटर की होगी।
पुलिस की टीम ने पांच घंटे खंगाला खेत और जंगल
जान जोखिम में डालकर पुलिस टीम ने देर रात एक शॉर्प शूटर को मार गिराया। दूसरा अंधेरे और जंगल का फायदा उठाते हुए फरार हो गया था। लेकिन, पुलिस ने हार नहीं मानी। पांच घंटे तक रात में ही खेत और जंगल में फरार आरोपी को पुलिस तलाशती रही।
एसपी देहात एसके सिंह ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान ही बाइक सवार दूसरा आरोपी फरार हो गया। मुख्य आरोपी अमरजीत फायर कर रहा था। अंधेरे के बावजूद पुलिस पूरी रात अभियान चलाते हुए हाल्लुमाजरा, छंग्गामजरी, धीरमाजरा और करालहटी गांव के आसपास डटी रही।
पुलिस के अनुसार, घटनास्थल भगवानपुर से मात्र आधा किलोमीटर दूर हरिद्वार बाईपास है। पुलिस को अंदेशा है कि हो सकता है कि रात में किसी वाहन से लिफ्ट लेते हुए दूसरा शॉर्प शूटर दूसरे शहर या राज्य में फरार हो गया हो। पुलिस ने बताया है कि, फरार शॉर्प शूटर की तलाश के लिए विभिन्न टीमों का गठन कर दिया गया है।