Uttarakhand
abdul malik spend night with dreaded criminals in nainital jail did not eat cctv surveillance

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Abdul Malik: हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को अन्य आरोपियों से अलग नैनीताल जिला जेल में रखा गया है। सीसीटीवी से उसकी निगरानी की जा रही है। जिला जेल की जिस बैरक को सबसे सुरक्षित माना जाता है उसमें मलिक की पहली रात बीती। 12 घंटे बाद मलिक ने जेल में बने कड़ी-चावल खाकर अपनी भूख मिटाई। अब पुलिस मलिक को रिमांड पर लेने की तैयारी में जुटी है।
बैरक नंबर एक में बंद
हल्द्वानी के वनभूलपुरा हिंसा मामले में पुलिस अभी तक अब्दुल मलिक समेत 82 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से 81 लोगों को हल्द्वानी उप कारागार में रखा गया है। वहीं हिंसा के पहले नामजद आरोपी अब्दुल मलिक को पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से जिला जेल नैनीताल में रखा है। शनिवार की रात हल्द्वानी कोर्ट में पेशी के बाद करीब 11:30 बजे नैनीताल जेल भेजा गया। यहां उसे बैरक नंबर एक में रखा गया है।
खूंखार अपराधियों के साथ कटी रात
बैरक नंबर एक में हत्या, तस्करी व अन्य मामलों में बंद 71 अन्य कैदी-बंदी भी रह रहे हैं। बता दें कि बैरक नंबर एक को नैनीताल जेल की सबसे सुरक्षित और बड़ी बैरक माना जाता है। बैरक पर लगे सीसीटीवी कैमरे से मलिक पर 24 घंटे कड़ी निगरानी रहेगी। जानकारी के मुताबिक, मलिक ने जेल में जाने के 12 घंटे तक खाना ही नहीं खाया। रविवार की सुबह करीब 11:30 बजे उसने जेल मैनुअल के हिसाब से बने कड़ी-चावल को खाकर अपनी भूख मिटाई। जेल प्रशासन उसकी हर गतिविधि पर नजर रख रहा है।
रसूखदार लोग रडार पर
अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उन रसूखदार लोगों की जांच में जुट गई है। जिन्होंने मलिक को लुकआउट सर्कुलर और वांटेड होने के बाद भी पनाह दी या किसी न किसी तरह उसकी फरार होने में मदद की। पुलिस ने इनमें से कुछ बड़े कारोबारी, राजनीतिक चेहरों का पता भी लगा लिया है। जिसमें दिल्ली से लेकर भोपाल तक कुछ बड़े नाम शामिल हैं।