Uttarakhand
देहरादून से कटा मसूरी-मूसलधार बारिश से मसूरी-देहरादून मार्ग बाधित, पुल टूटा, रेस्टोरेंट ढहे l

मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में सोमवार देर रात हुई मूसलधार बारिश ने भारी तबाही मचाई। लगातार बारिश से भूस्खलन की घटनाएँ हुईं, जिसके चलते मसूरी–देहरादून मार्ग लगभग 18 स्थानों पर बाधित हो गया है। शिव मंदिर से ऊपर का पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे वाहनों की आवाजाही असंभव हो गई है।
संपूर्ण आवागमन ठप
मसूरी पुलिस और पालिका प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों से अपील की है कि वे फिलहाल देहरादून की ओर न जाएँ। कोठाल गेट पर पुलिस ने सभी वाहनों को रोक दिया है। कई स्थानों पर सड़कें धंस गई हैं, पेड़ गिर गए हैं और बिजली के खंभे टूट गए हैं, जिससे खतरा और बढ़ गया है।
रेस्टोरेंट और मकान खतरे में
पानीवाले बैंड के पास हुए भूस्खलन से कई दुकानों और रेस्टोरेंट पर असर पड़ा। पवरा रेस्टोरेंट में गहरी दरारें आने के बाद उसे खाली कराया गया। कोलुखेत और झाड़पानी मार्ग पर भी भारी भूस्खलन हुआ है, जहाँ मकानों को खतरा पैदा हो गया है और सड़कें दरक गई हैं।
मानवीय संकट: एंबुलेंस में फंसा शव
कोलुखेत के पास एक एंबुलेंस में शव फंस गया, जिसे अंतिम संस्कार के लिए देहरादून ले जाया जा रहा था। सड़क बंद होने के कारण अब शव को अस्थायी रास्तों से पैदल ले जाने की योजना बनाई गई है।
चार लोगों की मौत, प्रशासन सतर्क
एसडीएम मसूरी राहुल आनंद ने बताया कि मसूरी–देहरादून रोड पर व्यापक नुकसान हुआ है। देर रात कोलुखेत में हुए भूस्खलन में दो नेपाली मजदूर दब गए, जिनमें से एक की मौत हो गई। वहीं मकरेती गांव में एक घर पर मलबा गिरने से दो अन्य लोगों की मौत हो गई।
पैदल चलने को मजबूर लोग
सड़कें बंद होने के कारण कई पर्यटक और स्थानीय लोग अब चूना खाला और कुठाल गेट तक पैदल सफर कर रहे हैं। एक पर्यटक ने कहा, “सड़कें पूरी तरह टूट चुकी हैं, हम परिवार सहित 12 किलोमीटर पैदल चलकर नीचे उतर रहे हैं।”