बसों की हड़ताल के चलते यात्रियों का खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रोडवेज कर्मचारी अपनी कुछ मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं।
चंडीगढ़/पटियाला। पंजाब में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के चलते पिछले तीन दिनों से आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हड़ताल के कारण राज्य परिवहन निगम (STU), पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (PRTC) और पंजाब रोडवेज के 8,000 संविदा कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर दिया था, जिससे हजारों यात्री बस अड्डों पर फंसे रहे।
सरकार और कर्मचारियों के बीच हुई बातचीत के बाद देर शाम समझौता हो गया। कर्मचारियों को उनकी मांगों पर ठोस आश्वासन देने के बाद हड़ताल समाप्त कर दी गई है। अब रविवार से राज्यभर में बस सेवाएं सामान्य रूप से बहाल होंगी।
हड़ताल के चलते 27 डिपो का कामकाज प्रभावित रहा और करीब 70% सरकारी बसें सड़कों से गायब थीं। अंतर-राज्यीय यात्रियों को सबसे अधिक दिक्कत हुई। बस स्टैंड पर फंसे यात्रियों का कहना था कि सरकार को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी।
कर्मचारी लंबे समय से नौकरियों के नियमितीकरण, सालाना 5% वेतन वृद्धि और किलोमीटर योजना (आउटसोर्सिंग) पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे। हड़ताल खत्म होने से अब यात्रियों और कर्मचारियों दोनों को राहत मिली है।