Uttarakhand
गैरसैंण बना वैश्विक योग का केंद्र, 8 देशों के राजनयिकों संग सीएम धामी ने दिया वसुधैव कुटुम्बकम् का संदेश |

गैरसैंण (उत्तराखंड): 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण आज वैश्विक योग चेतना का केंद्र बन गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यहां 8 देशों के राजनयिकों के साथ योग कर “वसुधैव कुटुम्बकम्” की भावना को साकार किया। शांत और आध्यात्मिक वादियों में आयोजित इस भव्य योग कार्यक्रम में मेक्सिको, फिजी, नेपाल, सूरीनाम, मंगोलिया, लातविया, श्रीलंका और रूस जैसे देशों के राजदूतों ने भी सहभागिता की।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “योग हमारी सनातन संस्कृति का मूल स्तंभ है। यह केवल व्यायाम नहीं, बल्कि आत्मबोध और आंतरिक शांति की ओर ले जाने वाला मार्ग है।” उन्होंने ‘हर घर योग, हर जन निरोग’ अभियान की शुरुआत की और राज्य की पहली योग नीति पुस्तिका का अनावरण कर इस दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने यह भी ऐलान किया कि उत्तराखंड सरकार जल्द ही गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन स्थापित करेगी। साथ ही प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में दो योग नगर बसाए जाएंगे जो वैश्विक स्तर पर योग, आयुर्वेद और आध्यात्मिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र बनेंगे।
सीएम धामी ने कहा कि “योग अब केवल साधना नहीं, बल्कि भारत की ओर से पूरी दुनिया को दिया गया आध्यात्मिक उपहार है, जो धर्म, जाति और सीमाओं से परे जाकर मानवता को जोड़ता है।” उन्होंने महान ऋषि पतंजलि को स्मरण करते हुए योग को भारत की आत्मा और जीवनशैली बताया।
गैरसैंण से जब विदेशी प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री योग कर रहे थे, तो यह आयोजन केवल शारीरिक अभ्यास नहीं बल्कि भारत की सनातन सोच — “संपूर्ण विश्व एक परिवार है” — का प्रतीक बन गया।